
सिंगापुर में चल रही आईसीसी की अहम बैठक से एक बड़ी और रोमांचक खबर सामने आई है, जिसने क्रिकेट फैंस के बीच हलचल मचा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टी20 चैंपियंस लीग (Champions League T20) की वापसी की योजना अब लगभग तय हो चुकी है और इस टूर्नामेंट को सितंबर 2025 में फिर से शुरू किया जाएगा। यह वही टूर्नामेंट है जिसे 2008 में पहली बार लॉन्च किया गया था और 2014 तक इसका आयोजन होता रहा। फिर अचानक इसे बंद कर दिया गया। मगर अब जब पूरी दुनिया में टी20 लीग्स की बाढ़ सी आ चुकी है, तो आईसीसी ने भी इस लीग को फिर से शुरू करने का मन बना लिया है।
टी20 चैंपियंस लीग एक अंतरराष्ट्रीय टी20 टूर्नामेंट है जिसमें दुनिया भर की अलग-अलग देशों की शीर्ष फ्रेंचाइजी टीमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलती हैं। इसका मकसद दुनिया की सबसे बेहतरीन टी20 टीम को चुनना होता है। कुछ वैसा ही जैसे क्लब फुटबॉल में यूईएफए चैंपियंस लीग। इस लीग के जरिए फैंस को आईपीएल, बिग बैश, सीपीएल, बीबीएल, और साउथ अफ्रीका या इंग्लैंड की टॉप टीमें एक ही मंच पर देखने को मिलती हैं। इसका आखिरी सीजन 2014 में खेला गया था, जिसे एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने अपने नाम किया था। द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, सिंगापुर में हुई आईसीसी मीटिंग में इस टूर्नामेंट की वापसी पर सदस्य देशों के बीच चर्चा हुई और अधिकतर देश इसके समर्थन में नज़र आए। बताया जा रहा है कि लीग की वापसी के लिए योजना बन चुकी है और सितंबर 2025 में इसे दोबारा आयोजित किया जाएगा।
हालांकि, इस वापसी के साथ कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ रही हैं। दुनिया के कई बड़े टी20 खिलाड़ी एक साल में दो नहीं, बल्कि चार से पांच लीग्स में हिस्सा लेते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि जब एक खिलाड़ी दो अलग-अलग फ्रेंचाइजी से जुड़ा हो, तो वह टी20 चैंपियंस लीग में किसके लिए खेलेगा? उदाहरण के तौर पर, एक खिलाड़ी आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलता है, लेकिन वह साउथ अफ्रीका की एमआई केप टाउन टीम से भी जुड़ा है। अब जब दोनों ही टीमें चैंपियंस लीग में पहुंच जाएं, तो उस खिलाड़ी की प्राथमिकता क्या होगी? पिछले दो दशकों में टी20 फॉर्मेट ने क्रिकेट की दुनिया को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। जैसे आईपीएल, बीबीएल, सीपीएल, जैसी लीग्स ने दुनियाभर के खिलाड़ियों और फैंस को जोड़ दिया है।