
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया है। गांगुली ने कहा है कि अगर मौका मिला तो वह भारतीय क्रिकेट टीम के कोच की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। इस दौरान उन्होंने मौजूदा कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल पर भी अपनी राय रखी। इन दिनों भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर है, जहां दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। पहला मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर जारी है। इसी दौरान गांगुली ने पीटीआई से खास बातचीत में अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल पूरा करने के बाद अब उनके पास कोचिंग के लिए समय है।
गांगुली ने कहा, "मैंने हमेशा अलग-अलग भूमिकाएं निभाई हैं। पहले मैं क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) का अध्यक्ष बना, फिर बीसीसीआई अध्यक्ष। उस दौरान मेरे पास कोचिंग के लिए समय नहीं था। लेकिन अब मैं 50 साल का हूं और अगर मौका मिला तो राष्ट्रीय टीम की कोचिंग करने में रुचि रखूंगा। देखते हैं भविष्य में क्या होता है। गांगुली इन दिनों दिल्ली कैपिटल्स की मेंस और विमेंस टीम के मेंटर के रूप में भी सक्रिय हैं। उनके मार्गदर्शन में दिल्ली कैपिटल्स की महिला टीम महिला प्रीमियर लीग के फाइनल तक पहुंची थी, हालांकि खिताब जीतने में उन्हें कामयाबी नहीं मिली और टीम को मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ा।
गौतम गंभीर के कोचिंग कार्यकाल पर सौरव गांगुली ने संतुलित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि गंभीर की कोचिंग की शुरुआत थोड़ी चुनौतीपूर्ण रही लेकिन अब वह लय में आ गए हैं। गांगुली ने कहा, "उन्होंने धीमी शुरुआत की थी। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से हार गए थे, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जीत हासिल कर उन्होंने वापसी की। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज उनके लिए काफी अहम होने वाली है। गांगुली ने गंभीर को जुनूनी और ईमानदार व्यक्तित्व वाला बताया। उन्होंने कहा, "मैंने उनके साथ कभी काम नहीं किया है, लेकिन जब हम एकसाथ खेलते थे, तब वह बहुत अच्छे इंसान थे। वह सीनियर्स का सम्मान करते थे। वह काफी सीधे-सादे और स्पष्टवादी हैं। जो वह सोचते हैं, वही बोलते हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। जैसे-जैसे वह इस भूमिका में आगे बढ़ेंगे, सीखते जाएंगे।
गौरतलब है कि गौतम गंभीर के कोचिंग कार्यकाल में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम किया है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में टीम का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। अब इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में उनकी रणनीति और टीम के प्रदर्शन पर सबकी नजरें टिकी हैं।