
भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल ने आखिरकार रनजी ट्रॉफी 2024-25 में शानदार शतक जड़ते हुए फॉर्म में वापसी की। कर्नाटक के खिलाफ 102 रन की पारी खेलने के बाद उन्होंने अपने हालिया खराब फॉर्म को लेकर खुलकर बात की। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह तीन टेस्ट मैचों में 100 रन भी नहीं बना पाए थे, जिससे उनका आत्मविश्वास थोड़ा डगमगा गया था। लेकिन अब उन्होंने माना कि खुद पर जरूरत से ज्यादा दबाव डालना उनकी सबसे बड़ी गलती थी, जिससे उनका ध्यान भटक गया।
ऑस्ट्रेलिया में खराब फॉर्म पर बोले गिल
बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पंजाब की टीम मुश्किल में थी, लेकिन शुभमन गिल ने एक मजबूत पारी खेली। इसके बाद उन्होंने अपने खेल को लेकर कहा,
“रेड-बॉल क्रिकेट मेरे लिए चिंता का विषय रहा है। कई बार मैं अच्छी शुरुआत करता हूं, लेकिन 25-30 रन बनाने के बाद खुद पर ज्यादा दबाव डाल लेता हूं। मुझे लगता है कि यह मेरी शैली के खिलाफ है। मुझे बड़े स्कोर बनाने के बारे में इतना नहीं सोचना चाहिए।”
गिल ने आगे कहा कि जब वह खेल में पूरी तरह डूबे रहते हैं, तभी उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सामने आता है।
“जब मैं मैदान पर एक निश्चित जोन में रहता हूं, तो मेरा खेल बेहतर होता है। लेकिन जब मैं सोचने लगता हूं कि अब मुझे बड़ा स्कोर बनाना है, तो मैं फोकस खो देता हूं। कई बार यही वजह होती है कि मैं अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाता।”
इंग्लैंड के खिलाफ नहीं चला बल्ला
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शुभमन गिल को पर्थ टेस्ट में अंगूठे की चोट के कारण बाहर बैठना पड़ा था और एमसीजी टेस्ट में उन्हें आराम दिया गया। लेकिन जो टेस्ट मैच खेले, उनमें वह एक भी अर्धशतक नहीं बना पाए। उनका एकमात्र पचास से ज्यादा स्कोर एक प्रैक्टिस मैच में आया। इसके बाद उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए खेलते हुए यह शतक उनके लिए बहुत जरूरी था।
“किसी भी स्तर पर रन बनाना जरूरी होता है, क्योंकि इससे आत्मविश्वास बढ़ता है। जब आप फॉर्म में होते हैं, तो जितना हो सके उस जोन में बने रहना चाहिए और मैं यही करने की कोशिश कर रहा था।”
संतुष्टि भरी पारी
पहली पारी में सिर्फ 9 रन पर आउट होने के बाद गिल ने खुद को संभाला और 130 गेंदों में 40 रन तक रुककर खेले। उन्होंने बताया कि वह परिस्थितियों को समझते हुए बल्लेबाजी कर रहे थे।
“लंच के बाद मैंने अपने शॉट्स खेलने का फैसला किया, क्योंकि विकेट लगातार गिर रहे थे। मैं रन भी बनाना चाहता था और टीम को बचाने की कोशिश कर रहा था।”
गिल की इस पारी के बाद उनके फैंस को उम्मीद है कि वह जल्द ही टीम इंडिया के लिए भी बड़ी पारियां खेलेंगे।