
भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई है। गिल भारत के 37वें टेस्ट कप्तान बन गए हैं और वो इंग्लैंड दौरे से इस नई जिम्मेदारी की शुरुआत करेंगे। महज 25 साल और 258 दिन की उम्र में कप्तानी संभालने वाले गिल भारत के चौथे सबसे युवा टेस्ट कप्तान बन चुके हैं। जहां गिल की कप्तानी को लेकर पूरे देश में उत्साह है, वहीं इस फैसले को लेकर एक दिलचस्प बयान सामने आया है। पूर्व क्रिकेटर और अभिनेता योगराज सिंह, जो कि महान ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता हैं, उन्होंने दावा किया है कि गिल के कप्तान बनने के पीछे उनके बेटे युवराज सिंह का अहम योगदान है।
योगराज सिंह ने कहा,अगर गिल आज कप्तान बने हैं और लंबे समय तक बने रहेंगे, तो इसमें युवराज सिंह का मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाएगा। इसमें उनका बड़ा योगदान है। दुनिया के महान क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल युवराज जैसे व्यक्ति का गिल को अपने संरक्षण में लेना बहुत बड़ी बात है। योगराज सिंह ने युवराज को "ग्रेट क्रिकेटिंग ब्रेन" (महान क्रिकेट मस्तिष्क) बताते हुए कहा कि शुभमन गिल को उनकी देखरेख में बहुत कुछ सीखने को मिला है और यही वजह है कि आज वो इतने बड़े मुकाम पर पहुंचे हैं।
कोरोना काल में युवराज का ट्रेनिंग कैंप
कोरोना महामारी के दौरान जब अधिकतर खिलाड़ी घरों तक सीमित थे, उस समय युवराज सिंह ने अपने चंडीगढ़ स्थित घर में एक विशेष ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया था। इस कैंप में शुभमन गिल, अनमोलप्रीत सिंह, और अभिषेक शर्मा जैसे युवा खिलाड़ियों को करीब एक महीने तक ट्रेनिंग दी गई थी। युवराज इन खिलाड़ियों को आज भी समय-समय पर मार्गदर्शन देते हैं .
गिल का अब तक का नेतृत्व करियर
हालांकि शुभमन गिल के पास टेस्ट में कप्तानी का अनुभव नहीं है, लेकिन उन्होंने 2024 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20I सीरीज में भारत की कप्तानी की थी। इसके अलावा गिल वनडे और टी20 में उपकप्तान की भूमिका भी निभा चुके हैं। आईपीएल 2024 में उन्होंने गुजरात टाइटन्स की कप्तानी करते हुए टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया था। भारत के सबसे युवा टेस्ट कप्तानों की सूची में शुभमन गिल अब चौथे स्थान पर हैं। उनसे आगे हैं, सचिन तेंदुलकर – 23 साल, 169 दिन, कपिल देव – 24 साल, 48 दिन, रवि शास्त्री – 25 साल, 229 दिन, शुभमन गिल – 25 साल, 258 दिन