संजू सैमसन …. यह वो बल्लेबाज है जिन्होंने लोगो को विश्वास दिलाया है कि जब आप लगातार मेहनत करोगे तो परिणाम जरूर मिलेंगे। ऐसा हुआ भी बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और आखिरी टी20 मैच में संजू सैमसन ने तूफानी शतकीय पारी खेली, और सबका मुँह बंद करा दिया है। संजू ने 47 गेंदों का सामना करते हुए 111 रनों की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 11 चौके, आठ छक्के मारे। इस मैच के बाद हर कोई संजू के तारीफ के कसीदे पढ़ रहा है। वहीं आपको बता दें सीरीज खत्म होने के बाद संजू जब अपने घर तिरुवनंतपुरम लौटे तो उनसे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मुलाकात की और उन्हें शानदार परफॉर्मेंस के लिए बधाई दी।
शशि थरूर मिले संजू सैमसन से
शशि थरूर ने अपने एक्स हैंडल पर संजू से मुलाकात की कुछ तस्वीरें अपलोड की। जो इस समय वायरल हो रही है वहीं उन्होंने कैप्शन में लिखा,”संजू सैमसन के बांग्लादेश के खिलाफ शानदार शतक लगाने के बाद तिरुवनंतपुरम लौटने पर “टन-अप संजू” का हीरो की तरह स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। उन्हें सम्मानित करने के लिए उचित भारतीय रंगों में एक “ponnada” मिला है!
Delighted to give a hero’s welcome to “ton-up Sanju” as @IamSanjuSamson returned to Thiruvananthapuram after his stunning century versus Bangladesh. Found a “ponnada” in the appropriate India colours to honour him with!
#SanjuSamson pic.twitter.com/g87SxHDOb2— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 14, 2024
संजू ने 1 ओवर में लगाए 5 छक्के
बताते चले बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी टी20 मैच में संजू ने लेग स्पिनर राशिद हुसैन के एक ओवर में लगातार पांच छक्के लगाए और 40 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने सूर्यकुमार यादव के साथ दूसरे विकेट के लिए 173 रन जोड़े। संजू का यह शतक कई माइनो में बहुत खास था। उन्होंने ट्रोलर्स को जवाब दिया है।
मैच के बाद संजू ने क्या कहा,
संजू ने मैच के बाद बताया कि कोच और कप्तान के दो शब्दों के कारण उन्होंने इस तरह की बल्लेबाजी की। मैच के बाद संजू और सूर्यकुमार यादव ने बीसीसीआई टीवी पर बात की। सूर्यकुमार ने संजू से पूछा कि आप काफी लंबे समय से इस पारी का इंतजार कर रहे थे। इस पारी के बारे में बताएं?
संजू ने कहा, “मैं काफी खुश हूं। मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं काफी भावुक हूं। लेकिन भगवान का शुक्रगुजार हूं कि ये दिन आया। सभी का अपना-अपना टाइम होता है। मैं लगातार अपना काम करता रहा। अपने आप में विश्वास करता रहा। मैं इस बात से खुश हूं कि आप उस समय वहां थे।”