शमी को बड़ी राहत, मैच फिक्सिंग आरोपों में BCCI से मिली क्लीन चिट, हसीन जहां को लगा करारा तमाचा

By Desk Team

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भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए एक अच्छी खबर आई है। लगातार अपनी पत्ती हसीन जहां के आरोपों का सामना कर रहे शमी के लिए ये राहत भरी खबर है।

बीसीसीआइ ने उन पर लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों का जांच कराई थी और जांच कमेटी ने ये जानकारी दी है कि उन पर लगे फिक्सिंग के आरोप सही नहीं हैं।

बीसीसीआइ की तरफ से क्लीन चिट मिलने के बाद अब शमी को बीसीसीआइ का केंद्रीय अनुबंध मिला जाएगा। उन्हें बी ग्रेड में रखा गया है और उन्हें इसके लिए तीन करोड़ रुपए मिलेंगे।

आपको एक बार फिर से ध्यान दिला दें कि इस तेज गेंदबाज के खिलाफ पत्नी हसीन जहां ने धारा 307 (हत्या की कोशिश का आरोप), 498 ए (घरेलू हिंसा), 506 (आपराधिक धमकी), 328 (जहर के जरिए नुकसान पहुंचाना), 34 (कई लोगों द्वारा किसी अपराध को अंजाम देने के लिए साझा साजिश) और 376 (बलात्कार) सहित कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

अब यह मामला पुलिस की जांच के समक्ष विचाराधीन है और जांच रिपोर्ट सामने आना अभी बाकी है। वहीं अभी तक यह भी साफ नहीं हो सका है कि शमी आईपीएल में खेलेंगे भी या नहीं। दो दिन पहले ही जांच टीम ने अमरोहा स्थित उनके गांव का दौरा किया था।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी (सीओए) ने दिल्ली के पूर्व कमिश्नर और बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई के प्रमुख नीरज कुमार से मामले की जांच का अनुरोध किया था। और उनकी ही अगुवाई में कुछ दिन पहले एक टीम ने उनके गांव का दौरा किया था।

नीरज कुमार ने बीसीसीआई की आचार संहिता के हिसाब इस मामले की गहन पड़ताल करने के बाद मोहम्मद शमी को इस मामले में क्लीन चिट दे दी। नीरज कुमार की रिपोर्ट मिलने के बाद बीसीसीआई ने मोम्मद शमी का अनुबंध जारी रखने का फैसला किया है।

बोर्ड ने नीरज कुमार की अति गोपनीय रिपोर्ट मिलने के बाद यह पाया कि अब मामे की आगे जांच की जरुरत नहीं है। और मोहम्मद शमी को बी श्रेणी का अनुबंध दिया जाएगा। अब शमी भी बाकी खिलाड़ियों की तरह इस श्रेणी के तहत सालाना तीन करोड़ रुपये की कमाई कर सकेंगे।

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