
आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स ने आखिरकार अपना खाता खोल लिया, जब उन्होंने रविवार, 30 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स को 6 रनों से हराया। गुवाहाटी के बारसापारा स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में राजस्थान ने गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया। जोफ्रा आर्चर और वानिंदु हसरंगा की घातक गेंदबाजी ने टीम को इस रोमांचक जीत तक पहुंचाया।
धोनी के फिनिशिंग टच के बावजूद चेन्नई को मिली हार
183 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही। हालांकि, कप्तान एमएस धोनी ने आखिरी ओवरों में एक बार फिर अपनी क्लास दिखाई और मैच को रोमांचक बना दिया। धोनी ने जडेजा के साथ मिलकर समीकरण को 20 रन 6 गेंदों में ला दिया था। लेकिन आखिरी ओवर में धोनी का बड़ा शॉट सीधे शिमरोन हेटमायर के हाथों में चला गया, जिससे चेन्नई की उम्मीदें टूट गईं।
धोनी ने 11 गेंदों पर 16 रन बनाए, जिसमें एक चौका और एक छक्का शामिल था। इससे पहले, ऋतुराज गायकवाड़ ने 44 गेंदों में 63 रनों की पारी खेली और चेन्नई को लक्ष्य के करीब पहुंचाने की पूरी कोशिश की। लेकिन हसरंगा की सटीक गेंदबाजी के आगे वह टिक नहीं पाए।
नीतीश राणा की तूफानी पारी ने राजस्थान को दिया मजबूत स्कोर
राजस्थान की जीत में सबसे बड़ा योगदान नीतीश राणा का रहा, जिन्होंने 36 गेंदों में 81 रन की विस्फोटक पारी खेली। इस सीजन में अपनी शुरुआती असफलताओं के बाद, राणा ने पहली बार नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए राहुल द्रविड़ के भरोसे को सही साबित किया। उन्होंने पावरप्ले में ही चेन्नई के गेंदबाजों को दबाव में डाल दिया और शानदार स्ट्रोकप्ले दिखाया।
हालांकि, राणा को रविचंद्रन अश्विन ने चतुराई से आउट कर दिया। अश्विन ने उन्हें बाहर की तरफ गेंद फेंकी, जिसे खेलने के चक्कर में राणा चूक गए और धोनी ने तेजी से स्टंपिंग कर दी। इस स्टंपिंग के साथ धोनी ने इस सीजन में लगातार तीसरे मैच में विकेट के पीछे महत्वपूर्ण योगदान दिया।
चेन्नई की फील्डिंग से बिगड़ा राजस्थान का प्लान
राणा के आउट होते ही राजस्थान का मध्यक्रम लड़खड़ा गया। चेन्नई की शानदार फील्डिंग ने राजस्थान को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। विजय शंकर और मथीशा पथिराना ने बेहतरीन कैच पकड़े, जिससे राजस्थान को आखिरी ओवरों में खुलकर खेलने का मौका नहीं मिला।
आखिरी 8 ओवरों में नूर अहमद, पथिराना और रविंद्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी की, जिससे राजस्थान 182/9 तक ही पहुंच सका। हालांकि, यह स्कोर जीत के लिए काफी साबित हुआ क्योंकि राजस्थान की गेंदबाजी इकाई ने चेन्नई को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया।