भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाजों में से एक रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया, जो इंग्लैंड दौरे के लिए टीम चयन से पहले आया। यह फैसला कई लोगों के लिए बड़ा झटका था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के बाद रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में जारी रहने की इच्छा जताई थी, भले ही उनका फॉर्म उस समय बहुत अच्छा न हो। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में वापसी कर यह भी दिखाया था कि वे रेड-बॉल क्रिकेट में वापस आना चाहते हैं, लेकिन अचानक संन्यास लेने की घोषणा ने सबको हैरान कर दिया।रोहित के इस फैसले से उनके फैंस ही नहीं, बल्कि उनके पिता भी बहुत प्रभावित हुए। मुंबई में चेतेश्वर पुजारा की पत्नी पूजा पुजारा की किताब ‘The Diary of a Cricketer’s Wife’ के लॉन्च के दौरान रोहित ने बताया कि उनके पिता टेस्ट क्रिकेट के कितने बड़े फैन हैं। इसलिए जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया, तो उनके पिता ने इसे पूरी तरह स्वीकार नहीं किया।
रोहित ने कहा, “मेरे पिता ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे। मेरी मां ने जो भी किया, मेरे पिता भी कई बलिदान देते थे ताकि हमारा जीवन ठीक चले। लेकिन मेरे पिता टेस्ट क्रिकेट के बहुत बड़े फैन हैं। उन्हें नई पीढ़ी का क्रिकेट पसंद नहीं है। मुझे याद है जब मैंने वनडे में 264 रन बनाए थे, तो उन्होंने बस इतना कहा, ‘ठीक है, अच्छा किया’। उसमें कोई ज्यादा खुशी नहीं दिखी। उनके लिए टेस्ट क्रिकेट ज्यादा अहम था।”उन्होंने आगे बताया, “चाहे मैं टेस्ट में 30, 40, 50 या 60 रन बनाता, वे मेरे साथ उस मैच के बारे में विस्तार से बात करते। यह उनके क्रिकेट के प्रति प्यार को दिखाता है। और उन्होंने मेरी सारी प्रगति देखी है।”
उन्होंने आगे बताया, “चाहे मैं टेस्ट में 30, 40, 50 या 60 रन बनाता, वे मेरे साथ उस मैच के बारे में विस्तार से बात करते। यह उनके क्रिकेट के प्रति प्यार को दिखाता है। और उन्होंने मेरी सारी प्रगति देखी है।”हालांकि शुरुआत में उनके पिता को रोहित का यह फैसला थोड़ा कठिन लगा, लेकिन बाद में वे इस फैसले को समझ गए और खुश भी हुए।
रोहित ने बताया, “स्कूल क्रिकेट से लेकर अंडर-19, रणजी ट्रॉफी, दुलूप ट्रॉफी, इरानी ट्रॉफी और इंडिया ए तक का सफर मेरे पिता ने देखा है। उन्होंने मेरे टेस्ट करियर को भी करीब से समझा है। वे रेड-बॉल क्रिकेट को बहुत महत्व देते हैं। जब मैंने टेस्ट से संन्यास की घोषणा की तो वे थोड़ा निराश हुए, लेकिन साथ ही खुश भी थे। मेरे पिता ने मेरी जिंदगी में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके बिना यह संभव नहीं था।”रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में कुल 12 शतक और 18 अर्धशतक लगाए। उन्होंने 2023 में भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल तक भी पहुँचाया, हालांकि यह खिताब भारत अभी तक नहीं जीत पाया है।