BGT में जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी पर फिदा हुए पोंटिंग, कहा- सबसे सर्वश्रेष्ठ सीरीज

By Darshna Khudania

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इस वक़्त के सबसे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ो में से एक, जसप्रीत बुमराह ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शब किया | भारत बेशक से ये सीरीज 3-1 से हार गया लेकिन जसप्रीत बुमराह प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे | जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज के पांच मैचों में 32 विकेट चटकाए | दुर्भाग्य से बुमराह को पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में कमर में लचक के कारण बाहर होना पड़ा | BGT में शानदार प्रदर्शन के लिए बुमराह को प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों से काफी सरहाना मिल रही है | हाल ही में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी भारतीय गेंदबाज़ की सरहाना की | 

31 वर्षीय बुमराह ने भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ बनने के मामले में पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को भी पीछे छोड़ दिया है | बुमराह ने 17.15 की शानदार औसत से 64 विकेट लिए, जबकि कपिल देव ने 24.58 की औसत से 51 विकेट लिए थे | बुमराह की तारीफ करते हुए पोंटिंग ने कहा की भारत के उप-कप्तान का प्रदर्शन तेज़ गेंदबाज़ी की सीरीज में अब तक सबसे सर्वश्रेष्ठ था | 

रिकी पोंटिंग ने कहा,

“इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह शायद तेज गेंदबाजी की सबसे अच्छी सीरीज है जो मैंने कभी देखी है। हां, इस सीरीज के अधिकांश समय में उनके पास अच्छी परिस्थितियां और तेज गेंदबाज थे। लेकिन जब आपने बुमराह को सीरीज में किसी और की तुलना में गेंदबाजी करते देखा, तो उन्होंने बल्लेबाजी को बहुत कठिन बना दिया। आस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम में भी काफी गुणवत्तापूर्ण बल्लेबाजी है, लेकिन उन्होंने अलग-अलग समय पर उन सभी को बेबस बना दिया।”  

सिडनी टेस्ट के दौरान जसप्रीत बुमराह को अपनी पीठ में तकलीफ के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा| जिसके बाद वो स्कैन के लिए गए और फिर ड्रेसिंग रूम में वापस पहुंच गए | टेस्ट के तीसरे दिन जब भारत 162 रनों के लक्ष्य का बचाव कर रहा था, तब भी वह मैदान पर नहीं आए और मैच में भारत की हार की बाद अपना निराशा व्यक्त की | 

बुमराह ने मैच के बाद कहा,

“थोड़ा निराशाजनक है लेकिन कभी-कभी आपको शरीर का सम्मान करना पड़ता है, आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते | निराशाजनक है, शायद सीरीज की सबसे अच्छी विकेट से चूक गया | पहली पारी में अपने दूसरे स्पेल के दौरान मुझे थोड़ी असहजता महसूस हुई|” 

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