
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री एक बार फिर सुर्खियों में हैं, इस बार मैदान पर नहीं बल्कि अपने एक इंटरव्यू को लेकर। इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के दौरान कमेंट्री कर रहे शास्त्री ने एक बातचीत के दौरान कई दिलचस्प खुलासे किए। जिनमें जसप्रीत बुमराह को लेकर उनकी राय, विराट कोहली के प्रभाव और खुद को मिली सबसे बेहतरीन सलाह जैसे मुद्दे शामिल रहे। जब शास्त्री से पूछा गया कि मौजूदा दौर में ऐसा कौन-सा गेंदबाज़ है, जिसका सामना करने से वो बचना चाहेंगे तो बिना कोई हिचकिचाहट के उन्होंने नाम लिया जसप्रीत बुमराह का। यह बात उन्होंने हंसी के अंदाज़ में कही लेकिन उसके पीछे बुमराह की गेंदबाज़ी का डर साफ झलकता है। शास्त्री ने कहा कि अगर आज वो बल्लेबाज़ होते, तो बुमराह को खेलने में घबराहट होती। बुमराह की रफ्तार, यॉर्कर और अप्रत्याशित एक्शन उन्हें मौजूदा क्रिकेट का सबसे खतरनाक गेंदबाज़ बनाता है और शास्त्री की ये राय इस बात पर मुहर भी लगाती है।
शास्त्री से जब मौजूदा दौर के बेस्ट बल्लेबाज़ के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने विराट कोहली का नाम लिया। उन्होंने साफ कहा कि "विराट न सिर्फ इस दशक के बेस्ट प्लेयर रहे हैं, बल्कि सबसे ज्यादा प्रभाव छोड़ने वाले खिलाड़ी भी हैं।" शास्त्री और कोहली की जोड़ी का टीम इंडिया पर गहरा असर पड़ा है। विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट में टीम को आक्रामक और जीत की भूखी इकाई में बदलने में इन दोनों की सोच का बड़ा हाथ रहा। शास्त्री ने इंटरव्यू में खुद को मिली सबसे बेहतरीन सलाह का जिक्र भी किया, जो उन्हें कमेंट्री की शुरुआत में मिली थी। उन्होंने बताया कि महान ऑस्ट्रेलियन कमेंटेटर रिची बेनो ने उन्हें कहा था “तुम्हें इस बात के पैसे नहीं मिलते कि तुम कितना ज्यादा बोलते हो, बल्कि इस बात के मिलते हैं कि तुम क्या बोलते हो।”
रवि शास्त्री से मॉडर्न डे क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के बारे में भी पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने विराट कोहली का नाम लिया। शास्त्री ने कहा कि विराट न केवल पिछले एक दशक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं, बल्कि सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी भी हैं। रवि शास्त्री ने इंटरव्यू के दौरान मिली सबसे अच्छी सलाह के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि मुझे सबसे अच्छी सलाह रिची बेनो से मिली थी जब मैंने कमेंट्री करना शुरू किया था। शास्त्री के मुताबिक, रिची बेनो ने उनसे कहा था कि आपको इस बात के लिए पैसे नहीं मिलते कि आप कितने शब्द बोलते हैं, बल्कि इस बात के लिए मिलते हैं कि आप क्या कह रहे हैं।