भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिन गेंदबाज़ आर अश्विन ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 38 साल के अश्विन ने IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से हिस्सा लिया था। इस सीजन उन्होंने कुल 9 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 7 विकेट लिए। उनका गेंदबाज़ी औसत 40.43 और इकॉनमी रेट 9.13 रहा।
अश्विन ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर की। उन्होंने इस पोस्ट के ज़रिए अपने IPL करियर को अलविदा कहा और अपने फैंस, फ्रेंचाइज़ियों, IPL और BCCI का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा:
अश्विन ने IPL में अपना डेब्यू 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ किया था। हालांकि वह साल उनके लिए शुरुआत का था, लेकिन असली पहचान उन्हें अगले ही साल यानी 2010 में मिली। 2010 के फाइनल मुकाबले में क्रिस गेल को आउट करना उनके करियर का एक यादगार लम्हा बन गया। उस एक पल से ये साफ हो गया था कि अश्विन बड़े मौकों पर दबाव में भी शानदार प्रदर्शन करने की काबिलियत रखते हैं।
कुछ सालों तक CSK के लिए खेलने के बाद अश्विन ने अलग-अलग टीमों के लिए भी खेला। उन्होंने पंजाब किंग्स की कप्तानी भी की, जहां उनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा। इसके बाद उन्होंने राजस्थान रॉयल्स की ओर से भी IPL में हिस्सा लिया। राजस्थान टीम ने उन्हें एक ऑलराउंडर की तरह इस्तेमाल किया, जहां उन्होंने गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी योगदान दिया। जब टीम शुरुआती विकेट जल्दी गंवा देती थी, तब अश्विन मिडल ऑर्डर में बल्लेबाज़ी कर पारी को संभालने का काम करते थे।
अश्विन ने अपने IPL करियर में दो बार खिताब जीते हैं। 2010 और 2011 में वो चेन्नई सुपर किंग्स के साथ IPL चैंपियन बने। इसके अलावा उन्होंने दो बार चैंपियंस लीग ट्रॉफी भी जीती। गेंदबाज़ के तौर पर उन्होंने IPL में कुल 221 मैच खेले और 187 विकेट चटकाए। उनका औसत 30.22 और इकॉनमी 7.20 रहा। बल्लेबाज़ी में उन्होंने निचले क्रम में खेलते हुए 833 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है।
IPL से विदाई लेने के बाद अश्विन अब दुनिया की बाकी लीगों में खेलने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में ये भी कहा कि उनका सफर एक खोजकर्ता की तरह अब शुरू हो रहा है। वो अब क्रिकेट को अलग-अलग जगहों पर जाकर अनुभव करना चाहते हैं और जो कुछ आगे आने वाला है, उसका पूरा मज़ा लेना चाहते हैं।
अश्विन के IPL करियर को देखें तो उन्होंने न सिर्फ एक बेहतरीन गेंदबाज़ की तरह खेला, बल्कि जब टीम को ज़रूरत पड़ी, तब उन्होंने हर भूमिका निभाई। चाहे कप्तानी हो, बल्लेबाज़ी हो या नई गेंद से बॉलिंग, उन्होंने हमेशा जिम्मेदारी ली और टीम के लिए योगदान दिया। IPL के ज़रिए ही उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर पहचान मिली और फिर वो भारत के सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज़ों में शामिल हो गए।
उनका IPL से संन्यास लेना फैंस के लिए एक भावुक पल है, क्योंकि अश्विन ने इस लीग में कई यादगार पल दिए हैं। लेकिन साथ ही ये भी खुशी की बात है कि वो अब भी क्रिकेट से जुड़े रहेंगे और नई जगहों पर अपना अनुभव और खेल का हुनर दिखाएंगे। उनके जैसे खिलाड़ी का खेल से जाना सिर्फ एक अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। और जैसा उन्होंने खुद कहा, “हर अंत एक नई शुरुआत होती है।”
अब देखना होगा कि अश्विन अपनी अगली पारी क्रिकेट के किस मैदान में शुरू करते हैं, लेकिन इतना तय है कि उनके अनुभव और हुनर का फायदा आगे भी दुनिया भर के क्रिकेट फैंस को मिलता रहेगा।