MS Dhoni ने किया खुलासा- ब्रिस्टल वनडे के बाद इस वजह से ली थी अंपायरों से गेंद

By Desk Team

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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान MS Dhoni का इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ ज्यादा अच्छा समय नहीं चल रहा है। भारत और इंग्लैंड के बीच में हाल ही में टी20 और वनडे सीरीज खेली गई थी जिसमें धोनी के बल्ले ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। अपने खराब प्रदर्शन के लिए धोनी को हर जगह से आलचोना का सामना करना पड़ा था।

वनडे सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा MS Dhoni

MS Dhoni ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में रन तो जरूर बनाए थे लेकिन वह रन टीम की जरूरतों के हिसाब से नाकाफी थे। लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे वनडे में धोनी तब रन औसत बढ़ाने मे नाकाम रहे हैं।

जो इसकी बहुत ज्यादा जरूरत थी। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी मैच जो ब्रिस्टल में हुआ था उसके हालात इतने बुरे हो गए थे कि धोनी ने 63.20 के स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी की थी।

इस मैच में ली थी MS Dhoni ने अंपायरों से गेंद

यही मैच था जब MS Dhoni ने हारने के बाद अंपायरों से बॉली ली थी तो यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी कि इस धाकड़ बल्लेबाज ने अपना आखिरी वनडे मैच खेला है। यह बातें शुरू हो गईं थीं कि धोनी वनडे क्रिकेट से भी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन अब खुद महेंद्र सिंह धोनी ने अंपायरों से मैच के बाद जो गेंद ली थी उसकी वजह सबके सामने बता दी है।

अंपायरों से गेंद की बात पर MS Dhoni ने तोड़ी अपनी चुप्पी

MS Dhoni के संन्यास की चर्चा इसलिए भी बढ़ गई थी क्योंकि साल 2014 में धोनी ने अचानक ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले अंपायरों से निशानी के तौर पर स्टंप्स लिए थे। धोनी ने कहा कि हमें लगातार इस पर काम करने की जरूरत है कि वास्तव में क्या हो रहा है।

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यह कहा कि मेरा मकसद यह देखना था कि हम पर्याप्त रिवर्स स्विंग क्यों हासिल नहीं कर पा रहे थे। अब जबकि हमें विश्व कप खेलना है, तो ऐसे में हमें यह साफ करने की जरूरत है कि रिवर्स स्विंग हासिल करने के लिए हमें क्या करने की दरकार है।

हमें रिवर्स स्विंग पर काम करने की है जरूरत : MS Dhoni

MS Dhoni ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि अगर विरोधी टीम रिवर्स स्विंग हासिल करने में कामयाब हो जा रही है, तो हमें भी मैच में किसी न किसी स्तर पर इसे जरूर हासिल करना चाहिए। यही वजह थी कि मैंने अंपायर से गेंद ली। पचास ओवर पूरे होने के बाद गेंद आईसीसी के लिए बेकार हो जाती है। ऐसे में मैंने अंपायर से गेंद देने का अनुरोध किया और फिर से बॉलिंग कोच को दे दिया। मैंने बॉलिंग कोच से कहा कि हमें रिवर्स स्विंग पर काम करने की जरूरत है।

धोनी ने कहा कि हमने इस पर विमर्श किया कि हम कैसे रिवर्स स्विंग हासिल कर सकते हैं। अगर हम थोड़ी भी रिवर्स स्विंग हासिल करने में कामयाब रहते हैं, तो यह चालीस ओवरों के बाद गेंदबाजों को यॉर्कर फेंकने में मदद करेगा। साथ ही, यह बात आखिरी दस ओवरों में विरोधी टीम को ज्यादा रन देने से रोकने में भी मददगार साबित होगी।