Mohammad Nawaz इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर हैं – Mike Hesson

By Anjali Maikhuri

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Asia Cup में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई वोल्टेज मुकाबले से पहले ही माहौल गर्म हो गया है। पाकिस्तान टीम के हेड कोच माइक हेसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऐसा बयान दे दिया, जिसने सबको हैरान कर दिया। उन्होंने अपनी टीम के स्पिनर मोहम्मद नवाज़ को “दुनिया का सबसे अच्छा स्पिनर” बताया।

ये बात तब और ज्यादा चौंकाने वाली लगी जब ये देखा गया कि नवाज़ अभी T20I रैंकिंग में 30वें नंबर पर हैं। इसके बावजूद हेसन का नवाज़ को इतना ऊँचा दर्जा देना कई फैंस और एक्सपर्ट्स को हैरान कर गया।

हेसन ने कहा, “हमारी टीम की खास बात ये है कि हमारे पास पांच अच्छे स्पिनर हैं। मोहम्मद नवाज़ इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर हैं और पिछले छह महीनों में जब से वो टीम में लौटे हैं, तब से वो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।”

Mike Hesson

भारत की तरफ से इस बयान पर जवाब आया टीम के असिस्टेंट कोच रायन टेन डोशेटे की ओर से। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीधे तौर पर हेसन की बात को गलत नहीं बताया, बल्कि यह कहा कि हर किसी को अपने खिलाड़ियों को रेट करने का हक है।

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में स्पिनर्स की बहुत अहम भूमिका रहने वाली है। अगर देखा जाए तो पिच ने अभी तक वैसा टर्न नहीं दिया जैसा हम उम्मीद कर रहे थे, खासकर जब हम साल की शुरुआत में यहां खेले थे। लेकिन अब टी20 क्रिकेट में स्पिन का रोल काफी बढ़ गया है। दोनों टीमों के पास बेहतरीन स्पिनर्स हैं।”

डोशेटे ने भारत के स्पिनर्स वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव का जिक्र करते हुए कहा कि टीम को इन पर पूरा भरोसा है और सभी टीमें अपने खिलाड़ियों को लेकर सकारात्मक राय रखती हैं।

Ryan ten Doeschate

आज के टी20 क्रिकेट में स्पिनर बहुत अहम हो गए हैं। तेज़ गेंदबाज़ी के मुकाबले स्पिनर्स अब मैच का रुख पलट सकते हैं। खासकर एशिया की पिचों पर स्पिनर्स का असर और ज्यादा देखने को मिलता है।

भारत और पाकिस्तान दोनों की टीमें इस बात को अच्छे से जानती हैं, इसीलिए उनके पास 2-3 अच्छे स्पिन गेंदबाज़ ज़रूर होते हैं। पाकिस्तान के लिए नवाज़ और शादाब अहम हैं, तो भारत के लिए कुलदीप, अक्षर और वरुण चक्रवर्ती प्रमुख भूमिका में हैं।

कोच हेसन का बयान भले ही थोड़ा बढ़ा-चढ़ाकर हो, लेकिन इसका मकसद शायद नवाज़ का आत्मविश्वास बढ़ाना भी हो सकता है। वहीं भारत का रवैया थोड़ा संतुलित और रणनीतिक दिखा, जहां उन्होंने न तो किसी बयान को खारिज किया, और न ही किसी को नीचा दिखाया।