
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में बड़ा बदलाव होने की तैयारी है। बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी का कार्यकाल उम्र सीमा (70 वर्ष) पूरी होने के कारण समाप्त हो रहा है और अब उनकी जगह नया चेहरा कमान संभाल सकता है। इस रेस में जिस नाम ने सबको चौंका दिया है, वह है दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास। 20 फरवरी को दिल्ली में हुई बैठक के बाद से ही मन्हास का नाम सबसे मजबूत दावेदारों में गिना जा रहा है। माना जा रहा है कि आगामी 28 सितंबर को होने वाली BCCI की वार्षिक आम बैठक (AGM) में उनके नाम पर आधिकारिक मुहर लग सकती है।
मिथुन मन्हास का नाम भारतीय क्रिकेट में घरेलू स्तर पर बेहद सम्मान से लिया जाता है। वे इंटरनेशनल क्रिकेट भले ही न खेल पाए हों, लेकिन घरेलू सर्किट में उन्होंने शानदार करियर बनाया। 157 फर्स्ट क्लास मैच खेले,130 लिस्ट ए मुकाबले, 91 टी20 मैच और इन सभी फॉर्मेट को मिलाकर उन्होंने लगभग 15,000 रन बनाए हैं। दिल्ली की रणजी टीम के कप्तान रहते हुए उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं। यही नहीं, IPL में भी वे दिल्ली डेयरडेविल्स और पुणे वॉरियर्स जैसी टीमों से जुड़े रहे। अगर वे BCCI अध्यक्ष बनते हैं तो यह पहला मौका होगा जब कोई अनकैप्ड क्रिकेटर (जिसने भारत के लिए इंटरनेशनल मैच नहीं खेला) बोर्ड की सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठेगा।
खेल से संन्यास लेने के बाद मन्हास ने क्रिकेट प्रशासन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। वे जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में एडमिनिस्ट्रेटर रहे। दलीप ट्रॉफी में नॉर्थ ज़ोन के कन्वेनर की जिम्मेदारी संभाली। हाल ही में वे IPL फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा भी रहे। इस तरह, मन्हास के पास खिलाड़ी के रूप में लंबा अनुभव होने के साथ-साथ एडमिनिस्ट्रेशन की समझ भी है, जो उन्हें इस पद का उपयुक्त उम्मीदवार बनाती है। बता दें BCCI की अध्यक्षता संभालने वाले पूर्व अध्यक्षों में दिग्गज नाम रहे हैं। सौरव गांगुली ने 2019 से 2022 तक बोर्ड की कमान संभाली।उनके बाद रोजर बिन्नी अध्यक्ष बने, जिन्हें अब उम्र सीमा के कारण पद छोड़ना पड़ रहा है। अब अगर AGM में मिथुन मन्हास का नाम फाइनल होता है, तो वे भारतीय क्रिकेट बोर्ड की कमान संभालने वाले तीसरे क्रिकेटर होंगे।