T20 Asia Cup में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले के बाद एक छोटा सा Incident चर्चा का विषय बन गया। मैच खत्म होने के बाद भारतीय कप्तान SuryaKumar Yadav और बल्लेबाज़ शिवम दुबे पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाए बिना मैदान से बाहर चले गए। इस पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए, लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने इसे ज़्यादा Importance न देने की सलाह दी।
कपिल देव ने ANI से बातचीत में कहा, “ये सब छोटी बातें हैं। ध्यान खेल पर होना चाहिए। अगर कोई हाथ नहीं मिलाना चाहता, तो इसमें कोई ज़बरदस्ती नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “गलत बयान देना सही नहीं है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसा कर देते हैं जिससे बात बढ़ जाती है। पाकिस्तान की टीम अच्छा क्रिकेट नहीं खेल पाई, उन्हें अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।”
भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला ऐसे समय हुआ जब अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमलों के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था। ऐसे माहौल में यह मैच और भी संवेदनशील बन गया था। भारत ने पाकिस्तान को 127/9 के स्कोर पर रोक दिया और फिर सात विकेट से यह मुकाबला अपने नाम कर लिया। बल्लेबाज़ी में सूर्यकुमार यादव और अभिषेक शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया।
मैच के बाद सूर्यकुमार यादव ने जीत को भारतीय सेना को समर्पित करते हुए पहलगाम हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी एकजुटता भी जताई।
भारत की इस जीत के बाद कपिल देव ने टीम इंडिया की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “भारतीय टीम पिछले 20 सालों से बहुत अच्छा खेल रही है। हमारी टीम ICC टूर्नामेंट्स में भी शानदार प्रदर्शन करती है। हमारी क्रिकेट व्यवस्था बहुत मजबूत है… मुझे पूरी उम्मीद है कि टीम इंडिया एशिया कप 2025 जीतेगी।”
टीम इंडिया ने इस बार एशिया कप में शानदार शुरुआत की है। भारत ने अपने पहले दोनों मुकाबले UAE और पाकिस्तान के खिलाफ जीते। UAE को नौ विकेट से और पाकिस्तान को सात विकेट से हराकर टीम ने एक बार फिर अपनी ताकत साबित की है।
कपिल देव का कहना था कि ऐसे मौकों पर हमें खेल को खेल की तरह देखना चाहिए, न कि हर चीज़ को विवाद का रूप देना चाहिए। किसी का हाथ मिलाना या गले लगना एक व्यक्तिगत फैसला है और इसे लेकर विवाद खड़ा करना सही नहीं है।
आखिर में यही कहा जा सकता है कि जब बात भारत-पाकिस्तान की हो, तो भावनाएं हमेशा ऊँची रहती हैं, लेकिन खेल भावना सबसे ऊपर होनी चाहिए। कपिल देव की सलाह यही है कि खिलाड़ी और दर्शक दोनों को खेल का सम्मान करते हुए, छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।