चौथे टेस्ट के पहले दिन मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे मुकाबले में एक दिलचस्प पल देखने को मिला, जब यशस्वी जेसवाल ने साई सुदर्शन को मैदान पर शांत किया। हुआ यूं कि 37वें ओवर में साई ने ब्रायडन कार्स की गेंद पर शॉट खेला और बिना ज्यादा सोचे तेज़ी से रन के लिए दौड़ पड़े। जेसवाल उस वक्त नॉन-स्ट्राइकर एंड पर काफी अंदर थे, लेकिन किस्मत से गेंद मिड ऑन फील्डर को चकमा दे गई। अगर वो फील्डर डायरेक्ट थ्रो करता, तो भारत एक अहम विकेट गंवा सकता था।
इसके बाद जेसवाल ने साई से हंसते हुए कहा, “साई, बॉल जाने दो यार,” जिससे उन्होंने साफ कर दिया कि ऐसे मौकों पर थोड़ा सोच-समझकर खेलना चाहिए।
मैच की बात करें तो इंग्लैंड ने लंच के बाद अच्छी वापसी की। सुबह के सेशन में उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी, लेकिन जैसे ही दूसरा सेशन शुरू हुआ, क्रिस वोक्स ने ऑफ स्टंप के पास लगातार गेंदबाज़ी करते हुए आखिरकार केएल राहुल का विकेट ले लिया। राहुल 98 गेंदों में 46 रन बनाकर आउट हुए, जब वोक्स की बाहर जाती गेंद पर उन्होंने थर्ड स्लिप को कैच दे दिया।
इसके थोड़ी ही देर बाद लियाम डॉसन, जो करीब आठ साल बाद टेस्ट खेल रहे हैं, ने आते ही सिर्फ सातवीं गेंद पर यशस्वी जेसवाल को चलता कर दिया। जेसवाल ने 107 गेंदों में 58 रन बनाए, लेकिन वो स्पिन को पढ़ नहीं पाए और उनकी बल्ले का किनारा सीधा स्लिप में चला गया।
करुण नायर की जगह खेलने आए साई सुदर्शन शुरुआत में संभलकर खेले। उन्होंने सिर्फ उन्हीं गेंदों पर रन बनाए जो मिडिल और लेग स्टंप की लाइन में थीं। उन्होंने जोफ्रा आर्चर को फ्लिक मारकर पहला चौका जड़ा और फिर डॉसन को कवर ड्राइव से चौका लगाया।
इंग्लैंड की रणनीति साफ दिख रही थी — वो साई को लेग साइड में गेंद डालकर उसी तरह फंसाना चाहते थे जैसे लीड्स में उनकी सॉफ्ट डिसमिसल हुई थी। एक बार तो बेन स्टोक्स ने साई को फिर से उसी अंदाज़ में फंसाने की कोशिश की, लेकिन विकेटकीपर जेमी स्मिथ ने आसान कैच छोड़ दिया। उस वक्त साई 20 रन पर खेल रहे थे और उन्हें एक बड़ा जीवनदान मिल गया।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल (12 रन) इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए। वो बेन स्टोक्स की अंदर आती गेंद को समझ नहीं पाए और बिना शॉट खेले एलबीडब्ल्यू आउट हो गए।
इस तरह भारत ने अच्छी शुरुआत के बाद जल्दी-जल्दी तीन अहम विकेट गंवा दिए, जिससे इंग्लैंड को वापसी का मौका मिल गया।