
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव को आईपीएल 2025 की नीलामी में किसी भी टीम ने नहीं खरीदा, जिससे वह बेहद निराश नजर आए। 37 साल के उमेश पिछले 15 सालों से आईपीएल का हिस्सा रहे हैं और कई टीमों के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। लेकिन इस बार, नवंबर में हुई मेगा नीलामी में किसी भी फ्रेंचाइजी ने उन पर दांव नहीं लगाया, जिससे उनका दर्द छलक पड़ा।
उमेश यादव की प्रतिक्रिया
आईपीएल 2025 के लिए अनसोल्ड रहने के बाद उमेश यादव ने कहा, “मुझे उम्मीद थी कि कोई न कोई टीम मुझे जरूर खरीदेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह मेरे लिए थोड़ा हैरानी भरा भी था। मैं पिछले 15 सालों से आईपीएल खेल रहा हूं और लगभग 150 विकेट पूरे करने के करीब था। अगर इतने लंबे करियर के बावजूद आपको नजरअंदाज किया जाता है, तो जाहिर तौर पर बुरा लगता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह फ्रेंचाइजी का फैसला था, जो उनकी रणनीति पर निर्भर करता है। मेरा नाम नीलामी के आखिर में आया, और शायद तब तक उनके पास ज्यादा पैसे नहीं बचे थे। मुझे इस बात से जरूर निराशा हुई, लेकिन यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे मैं बदल सकता हूं।”
आईपीएल करियर में उमेश यादव का प्रदर्शन
उमेश यादव आईपीएल में अब तक चार टीमों - दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, कोलकाता नाइटराइडर्स और गुजरात टाइटंस का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने 148 मैचों में 29.97 की औसत से 144 विकेट लिए हैं। उनकी इकोनॉमी 8.49 रही है, जो टी20 क्रिकेट के हिसाब से संतोषजनक मानी जा सकती है।
संन्यास को लेकर क्या बोले उमेश यादव?
संन्यास को लेकर उमेश ने साफ कहा कि वह अभी खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “जब तक मैं 140 किमी प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी कर सकता हूं, तब तक खेलता रहूंगा। जिस दिन ऐसा नहीं कर पाऊंगा, उस दिन क्रिकेट छोड़ दूंगा।”
अंतरराष्ट्रीय करियर में उमेश यादव का योगदान
उमेश यादव ने भारत के लिए 57 टेस्ट, 75 वनडे और 9 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 170 विकेट, वनडे में 106 विकेट और टी20 में 12 विकेट दर्ज हैं। कुल मिलाकर, उन्होंने 141 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 288 विकेट चटकाए हैं, जो उनकी शानदार गेंदबाजी क्षमता को दर्शाता है।
आगे क्या होगा?
हालांकि उमेश यादव आईपीएल 2025 का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन वह अब भी घरेलू क्रिकेट और अन्य टी20 लीग्स में खेलते नजर आ सकते हैं। उनका अनुभव और तेज गेंदबाजी क्षमता किसी भी टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या भविष्य में किसी टीम को उनकी जरूरत महसूस होगी और उन्हें दोबारा आईपीएल में मौका मिलेगा या नहीं।