
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने शॉर्ट बॉल को अपनी कमजोरी मानने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक मिथक है और उन्होंने अपनी तकनीक में सुधार किया है। श्रेयस ने बताया कि उनका आत्मविश्वास खेल पर भरोसा करने से आता है और उनका लक्ष्य किसी को संदेश देना नहीं है। वर्तमान में वे वनडे क्रिकेट में शानदार फॉर्म में हैं और भारतीय टीम की बैटिंग लाइनअप में मजबूती से खड़े हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को लेकर अक्सर ये चर्चा होती रही है कि शॉर्ट बॉल उनकी कमजोरी है। लेकिन अब श्रेयस ने खुद इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है और बताया है कि यह सिर्फ एक मिथक है। इंग्लैंड के खिलाफ एक वनडे मैच में जोफ्रा आर्चर की शॉर्ट पिच गेंदों पर शानदार शॉट खेलने के बाद यह चर्चा और भी ज्यादा तेज हो गई थी। श्रेयस ने कहा कि उनका आत्मविश्वास सिर्फ खेल पर भरोसा करने से आता है, और उनका लक्ष्य कभी भी किसी को संदेश देना नहीं था।
श्रेयस अय्यर वर्तमान में वनडे क्रिकेट में शानदार फॉर्म में हैं और भारतीय टीम की बैटिंग लाइनअप में नंबर 4 की पोजीशन को मजबूती से थामे हुए हैं। उन्होंने इस भूमिका में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, और इस बात को कप्तान रोहित शर्मा ने भी माना है। रोहित ने श्रेयस को "साइलेंट हीरो" के रूप में सराहा, क्योंकि उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
शॉर्ट बॉल पर खेल में सुधार
शॉर्ट बॉल को लेकर जो आलोचना श्रेयस अय्यर के बारे में की जाती रही, अब उन्होंने इसे अपनी ताकत में बदल लिया है। "हिंदुस्तान टाइम्स" को दिए एक इंटरव्यू में श्रेयस ने इस पर बात करते हुए कहा, "मैंने अपनी घरेलू सीरीज़ में कई कठिन गेंदों पर छक्के लगाए हैं, जिससे मुझे आत्मविश्वास मिला है। तकनीकी दृष्टिकोण से, मैंने अपनी स्टांस और बेस को मजबूत किया, जिससे मुझे गेंद को अच्छे से हिट करने की ताकत मिली। मुझे किसी को कोई संदेश देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मेरा खेल खुद ही सब कुछ साबित करता है।"
अब, चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाने के बाद श्रेयस अय्यर आईपीएल में अपनी नई भूमिका निभाने जा रहे हैं। इस सीजन में वह पंजाब किंग्स की कप्तानी करेंगे और 25 मार्च को अहमदाबाद में गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
श्रेयस अय्यर का आत्मविश्वास और उनके खेल का विकास भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आईपीएल में भी अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा कैसे मनवाते हैं।