इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की पकड़ मजबूत, यशस्वी जायसवाल ने खोले कई राज
लीड्स के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने तीन विकेट पर 359 रन बना लिए हैं। कप्तान शुभमन गिल 127 रन बनाकर नाबाद हैं जबकि उप कप्तान ऋषभ पंत 65 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं। इस मैच में भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने करियर का पांचवां और इंग्लैंड की धरती पर पहला टेस्ट शतक जड़ा है। शतक के बाद उन्होंने अपनी सफलता के पीछे के राज भी बताए हैं।
यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 159 गेंदों में 16 चौकों और एक छक्के की मदद से 101 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि उनकी इस पारी के पीछे हेड कोच गौतम गंभीर की बड़ी भूमिका रही। उन्होंने कहा कि गंभीर ने उन्हें पूरी आजादी दी है कि वो अपनी बल्लेबाजी के अंदाज में खेलें। इससे उनके खेल में काफी निखार आया है। जायसवाल ने बताया कि मैच से पहले गंभीर से उन्होंने बैटिंग को लेकर चर्चा की थी और एक खास प्लान बनाया था, जिसमें लंबी पारी खेलने पर फोकस था। उन्होंने यह भी बताया कि कप्तान शुभमन गिल के साथ उनकी साझेदारी के दौरान दोनों सेशन दर सेशन रणनीति बना रहे थे और कमजोर गेंदों पर आक्रामक शॉट खेलने की बात कर रहे थे। गिल के साथ बल्लेबाजी करने में उन्हें काफी मजा आता है क्योंकि दोनों की आपसी समझ बहुत अच्छी है।
यशस्वी जायसवाल ने अपनी इस शानदार पारी के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और हर्षित राणा का भी शुक्रिया अदा किया है। BCCI द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में उन्होंने ध्रुव जुरैल से बातचीत करते हुए कहा कि बैकेनहम में इंट्रास्क्वॉड मैच के दौरान बुमराह और हर्षित राणा की गेंदबाजी बहुत कड़ी थी। उस समय उनके बल्ले से ज्यादा रन नहीं निकल पा रहे थे लेकिन वो टिके रहे। उस मैच से उन्हें आत्मविश्वास मिला कि वह लंबी पारी खेल सकते हैं। जायसवाल ने कहा कि उनके अंदर हमेशा से रनों की भूख रही है और उसी की बदौलत इंग्लैंड के खिलाफ भी वह अच्छी पारी खेल सके।