भारत को मिला नया खिलाड़ी, Anshul Kamboj का टेस्ट डेब्यू बना चर्चा का विषय
मैनचेस्टर टेस्ट में जब भारत की प्लेइंग इलेवन घोषित हुई तो एक नाम सबकी नजरों में ठहर गया अंशुल कंबोज। हरियाणा के करनाल से आने वाले इस युवा तेज़ गेंदबाज को अचानक डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने भारतीय क्रिकेट में कदम रखते ही इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा लिया। अंशुल भारत के 318वें टेस्ट खिलाड़ी बने और उन्हें टेस्ट कैप सौंपी पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने।
6 दिसंबर 2000 को जन्मे अंशुल कंबोज सिर्फ 24 साल के हैं लेकिन उनके क्रिकेट करियर की रफ्तार उनकी गेंदों जैसी ही तेज़ रही है। 6 फीट 2 इंच लंबे इस गेंदबाज का कद ही नहीं, सोच भी ऊंची है। उनकी गेंदबाजी में एक खास सटीकता है, जो उन्हें बाकी तेज गेंदबाजों से अलग बनाती है। घरेलू क्रिकेट में उन्हें "भारतीय मैक्ग्रा" कहा जाता है, क्योंकि उनकी गेंदबाजी का तरीका ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा जैसा है। एक ही लेंग्थ पर बार-बार हमला, और बल्लेबाज को गलती करने पर मजबूर करना। अंशुल कंबोज ने 2022 में विजय हजारे ट्रॉफी से घरेलू क्रिकेट में कदम रखा और सिर्फ 10 मैचों में 17 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा। इसके बाद उनका करियर तेजी से आगे बढ़ा। सबसे बड़ा धमाका उन्होंने किया केरल के खिलाफ, जब एक पारी में 10 विकेट लेकर सनसनी मचा दी। वो अनिल कुंबले के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय और पहले तेज़ गेंदबाज बने। यही प्रदर्शन उनके लिए एक टर्निंग पॉइंट बना।
2024 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें टीम में शामिल किया लेकिन अगला सीजन आते-आते रिलीज कर दिया। पर किस्मत ने करवट ली और आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अपने स्क्वाड में शामिल किया। यहां उनकी मुलाकात हुई महेंद्र सिंह धोनी से, और यहीं से उनके खेल और सोच में बड़ा बदलाव आया। धोनी से मिली सीख ने उन्हें और निखारा। खुद आर अश्विन ने भी कहा कि अंशुल कंबोज उन दुर्लभ भारतीय गेंदबाजों में हैं जिनके पास पहले से एक सोचा-समझा प्लान होता है, जैसे कि जसप्रीत बुमराह या जहीर खान के पास हुआ करता था। अब तक 24 फर्स्ट क्लास मैचों में अंशुल के नाम 79 विकेट हैं। लिस्ट-A में उनके पास 40 विकेट और टी20 क्रिकेट में 34 विकेट हैं। इंग्लैंड में खेलने का अनुभव उन्हें पहले से है। इंडिया ए की तरफ से इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 5 विकेट लिए थे, जो अब उनके डेब्यू में मददगार साबित हो सकते हैं।