अगर गेंद टर्न लेती तो हैट्रिक से चूक जाता: कुलदीप

By Desk Team

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कोलकाता : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में हैट्रिक लेने वाले भारतीय गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि अगर उन्होंने बांये हाथ के कलाई के स्पिनर की तरह पारंपरिक गेंद फेंकी होती तो उन्हें हैट्रिक नहीं मिली होती। कुलदीप मैथ्यू वेड, एशटन एगर और पैट कमिंस का विकेट चटकाकर चेतन शर्मा और कपिल देव के बाद वनडे में हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बने। इस हैट्रिक में कुलदीप के तीसरे शिकार कमिंस थे। गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में चली गयी।

कुलदीप ने बीसीसीआई टीवी द्वारा मैच के बाद लिये गये साक्षात्कार में तेज गेंदबाज भुवनेशवर कुमार को कहा, हैट्रिक गेंद के लिये मुझे लगा कि अगर गेंद घूमेगी तो मुझे विकेट नहीं मिलेगा। इसलिये मैंने रोंग उन फेंकने की सोची और इसमें सफल रहा। उन्होंने कहा कि शुरुआत में गेंद को पकडऩे में परेशानी हो रही थी इसलिये उन्होंने शुरू में पहले स्पैल में कुछ रन गंवा दिये लेकिन छोर बदलने के साथ ही चीजें बदल गयी।

कुलदीप ने कहा, यह मेरे लिये सचमुच बहुत खास है क्योंकि मेरी शुरूआत अच्छी नहीं थी, मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि मुझे हैट्रिक मिलेगी।लेकिन फिर भी मैं हैट्रिक लेने में सफल रहा। गेंद गीली थी और ग्रिप अच्छी नहीं थी। लेकिन जब छोर बदला तो मैं कम से कम एक विकेट लेना चाहता था ताकि ऑस्ट्रेलिया को दवाब में लाया जा सके। मैं अपनी विविधता का इस्तेमाल कर गेंद को सही जगह डालने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा कि आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ तीन सत्र में खेलना उनके लिये फायदेमंद रहा क्योंकि इससे पिच के बारे में जानने में मदद मिली।

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