भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग ने 2015 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। सेहवाग अपने करियर के दौरान पहली गेंद से ही गेंदबाज़ो को परेशान करते थे। सेहवाग 2011 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा भी थे। उन्होंने उस साल विश्व कप में ज़्यादातर मैचों में गेम की पहली ही गेंद पर चौका लगाने के लिए मशहूर हुए। उन्होंने डेल स्टेन, जेम्स एंडरसन और उमर गुल जैसे प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ो के खिलाफ खूब रन जड़े।
हालांकि 46-वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने हाल ही में खुलासा किया की अब उनका हैंड-आई कोऑर्डिनेशन इतना अच्छा नहीं वो तेज़ गेंदबाज़ो का सामना कर सकें। सेहवाग इस वक्त चल रही डीपी वर्ल्ड इंटरनेशनल लीग टी20 (ILT20) 2025 के लिए कमेंट्री पैनल में है। उन्होंने गुरुवार को मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा की वो फ्रेंचाइजी लीग में शायद खिलाड़ी के रूप में शामिल न हों, क्यूंकि उन्होंने अब वो लय खो दी है जो उनके खेलने के दिनों में हुआ करती थी।
सेहवाग ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा,
“अगर किसी भारतीय खिलाड़ी ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या IPL से संन्यास लिया है और अगर वे खेलना चाहते हैं, तो यह टूर्नामेंट उनके लिए एक बेहतरीन मंच है। जैसे दिनेश कार्तिक साउथ अफ्रीका 20 में गए और उन्होंने वहां हिस्सा लिया। इसलिए, हम कुछ भारतीय खिलाड़ियों को डीपी वर्ल्ड आईएलटी20 में भी हिस्सा लेते देखना पसंद करेंगे। मैं युवराज सिंह को इस टूर्नामेंट में खेलते देखना पसंद करूंगा। वह सिक्सर किंग हैं, इसलिए हां। लेकिन मैं नहीं खेल सकता, मैं अब खेलने के लिए बहुत बूढ़ा हो गया हूं। मैं अब तेज गेंदबाजी नहीं झेल सकता।”
सेहवाग से जब अलग-अलग लीगों को रेट करने और उन्हें रैंक करने के लिए कहा गया, उन्होंने काफी तटस्थ जवाब दिया और कहा की वह एक फ्रैंचाइज़ी लीग दूसरे से नहीं करना चाहते क्यूंकि सभी के लिए एडवांटेज और प्रशंसकों के बीच उत्साह है।