एजबेस्टन, बर्मिंघम में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में शुबमन गिल ने फिर से कमाल किया। पहले ही पारी में उन्होंने शानदार 269 रन बनाए थे, और दूसरी पारी में 161 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को 608 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा कर दिया। इस प्रदर्शन ने गिल को कई नए रिकॉर्ड अपने नाम करने में मदद की — सबसे खास रिकॉर्ड है कि टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में, पहली बार किसी बल्लेबाज़ ने एक ही मैच में 200 से ऊपर और फिर 150 से ऊपर का स्कोर लगाया।
शनिवार को जब बल्लेबाज़ी की बारी थी, तब मॉरीज़ चाय के बाद गिल ने घोषणा की कि जब तक विकेट सुरक्षित है, भारत केवल स्कोर बड़ा करता रहेगा। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी से न केवल टीम का मनोबल बढ़ाया, बल्कि प्रदर्शन से इस सच को भी साबित किया कि वह अपने नेतृत्व में कितने मजबूत हैं।
भारत की गेंदबाज़ी में भी दम था। पहले दिन ही मोहम्मद सिराज (6-70) ने अच्छी शुरुआत दी थी। शनिवार को भी उन्होंने सबसे पहले ज़ैक क्रॉली को बिना कोई रन दिए पवेलियन भेजा — उन्होंने बाहर की तरफ ड्राइव मारते समय गेंद को हवा में छोड़ दिया और पिछली पॉइंट पर पकड़ दी गई।
जसप्रीत बुमराह की जगह खेले रहे आकाश दीप ने बेन डकेट और जो रूट जैसे अनुभवी बल्लेबाज़ों को पगबाधा किया। डकेट को एक निप- बैक गेंद ने आउट किया, जबकि रूट को एक उछलती फुल लेंथ गेंद ने क्लीन बोल्ड कर दिया।
इस मैच में गिल ने अब तक कुल 430 रन बना लिए हैं, जो बताता है कि वह किस तरह इस टेस्ट में पूरी तरह सब पर भारी पड़ रहे हैं। गिल टेस्ट कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं, क्योंकि मई में रोहित शर्मा ने अचानक टेस्ट टीम से संन्यासी निर्णय लिया था। कप्तानी की चुनौतियों के बीच भी गिल ने अपनी बल्लेबाज़ी से शानदार अंदाज़ में दस सुरुआत की हैं। इसके पहले ही उन्होंने पहले टेस्ट के हेडिंगली में 147 रन भी बनाए थे।
अब जब इंग्लैंड 608 रनों का पीछा करने उतरेगी, तो इसका मुकाबला बेहद रोमांचक होगा। पिछले 148 साल में किसी टीम ने चौथी पारी में 418 रनों से जीत दर्ज की है — ये कीर्तिमान वेस्ट इंडीज की टीम की थी 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। इंग्लैंड की अपनी रिकॉर्ड-तोड़ी कोशिश रही है, जब उन्होंने तीन साल पहले एजबेस्टन में टीम इंडिया के खिलाफ 378 रन बनाए थे। लेकिन इस बार स्थिति इससे भी जटिल हो गई है — अंग्रेज टीम सिर्फ 72/3 तक पहुंच सकी है, और उन्हें अगली पारी में 536 रन बनाने की ज़रूरत है। यह दोहन ‘बाज़बॉल’ की नई शैली को अपनाने वाली टीम से भी एक बड़ा टेस्ट होगा।