44 के हुए Gautam Gambhir, आइए जानते है खिलाड़ी बनने से लेकर कोच बनने तक का सफर

By Juhi Singh

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Gautam Gambhir Birthday

Gautam Gambhir Birthday: भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर आज (14 अक्टूबर) अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर वह दिल्ली में हैं, जहां IND vs WI के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला गया और भारतीय टीम ने 2-0 से सीरीज अपने नाम कर ली। कोच के रूप में गंभीर ने इस साल भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। जन्मदिन मनाने के बाद वह बुधवार को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होंगे।

Gautam Gambhir, Shubman Gill

Gautam Gambhir Birthday: गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को दिल्ली में हुआ था। उनके दादा 1947 में मुल्तान से भारत आए थे। गंभीर को उनके नाना-नानी ने गोद लिया, और बचपन से वही उनके मार्गदर्शक बने। बचपन से ही गंभीर का झुकाव क्रिकेट की ओर था। सिर्फ 10 साल की उम्र में उन्होंने बल्ला थाम लिया और दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से पढ़ाई के साथ क्रिकेट को आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने शुरुआती क्रिकेट गुर लाल बहादुर शास्त्री क्रिकेट अकादमी में कोच संजय भारद्वाज से सीखे।

गौतम गंभीर ने 11 अप्रैल 2003 को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे डेब्यू किया।अगले साल उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी कदम रखा और 2007 में टी20 इंटरनेशनल में पदार्पण किया। तीनों फॉर्मेट में गंभीर ने भारत के लिए कुल 242 इंटरनेशनल मैच खेले और अपने प्रदर्शन से टीम की नींव मजबूत की।

58 टेस्ट मैचों में: 4154 रन (9 शतक, 22 अर्धशतक)

147 वनडे मैचों में: 5238 रन (11 शतक, 34 अर्धशतक)

37 टी20 मैचों में: 932 रन (7 अर्धशतक)

Gautam Gambhir, Shubman Gill

उनका खेल हमेशा स्थिरता और समर्पण का प्रतीक रहा। वह सिर्फ रन बनाने वाले बल्लेबाज नहीं थे, बल्कि मुश्किल समय में खड़े रहने वाले योद्धा थे। गौतम गंभीर का नाम भारतीय क्रिकेट के दो ऐतिहासिक फाइनल्स से अमर हो चुका है। 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन (54 गेंद) बनाकर भारत की जीत की नींव रखी।

वहीं 2011 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में जब भारत दो बड़े विकेट (सहवाग और सचिन) खो चुका था, गंभीर ने 97 रन की शानदार पारी खेली और टीम को जीत के रास्ते पर लाया। दोनों ही फाइनल्स में उनका योगदान भारत के लिए निर्णायक रहा। वह हमेशा फ्रंट फुट पर खेलने वाले खिलाड़ी रहे, जो दबाव की घड़ी में टीम के लिए खड़े रहे।

आईपीएल में कप्तान और लीडर की पहचान

गंभीर का आईपीएल करियर भी शानदार रहा। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी करते हुए टीम को 2012 और 2014 में आईपीएल ट्रॉफी जिताई। उनकी कप्तानी में केकेआर ने हारने वाली टीम से जीतने वाली टीम की छवि बनाई। गंभीर ने आईपीएल में 154 मैचों में 4217 रन बनाए और कई बार टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला।

आईपीएल के बाद उन्होंने 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर के रूप में नई भूमिका निभाई और 2024 में केकेआर में वापसी की। उनकी रणनीति और शांत नेतृत्व में केकेआर ने एक बार फिर ट्रॉफी अपने नाम की, जो उनके क्रिकेटिंग माइंड की गहराई को दर्शाता है।

कोच के रूप में नई जिम्मेदारी

9 जुलाई 2024 को बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया। कोच बनने के कुछ ही महीनों में उन्होंने भारत को दो बड़े खिताब दिलाए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2024, एशिया कप 2024 उनकी कोचिंग में टीम इंडिया में फिर से वही पुराना आत्मविश्वास और जोश लौटा है। गंभीर का मानना है कि “मैच ट्रॉफी नहीं, रवैया जिताता है,” और यही सोच आज भारतीय टीम की पहचान बन रही है।

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