पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने खोली पीसीबी की पोल, बोले – कोई भी नहीं करेगा इस मैनेजमेंट के साथ काम

By Ravi Kumar

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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) में अनिश्चितता और उसकी अदूरदर्शिता के कारण विदेशी और यहां तक कि स्थानीय कोच भी काम नहीं करना चाहते हैं।

HIGHLIGHTS

  • मिस्बाह उल हक़ ने की पीसीबी की आलोचना
  • मिस्बाह 2019-21 तक पाकिस्तान के मुख्य कोच थे 
  • पाकिस्तान के लगातार सीरीज हारने के बाद छलका दर्द   

मिस्बाह ने 2019 और 2021 के बीच पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता के रूप में भी काम किया है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि पाकिस्तान क्रिकेट में खिलाड़ियों और कोचों को एक या दो श्रृंखलाओं के आधार पर या बोर्ड के शीर्ष प्रबंधन में बदलाव के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। सिंध प्रांत में एक स्थानीय टूर्नामेंट में हैदराबाद फ्रेंचाइजी को कोचिंग दे रहे मिस्बाह ने कहा, ”अगर आप बोर्ड की नीतियों को देखें तो विदेशी कोच ही नहीं बल्कि हमारे स्थानीय कोच भी पीसीबी के साथ काम नहीं करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान क्रिकेट को इतने अव्यवस्थित तरीके से नहीं चलाया जाना चाहिए। हमें टीम प्रबंधन, चयनकर्ताओं और खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की जरूरत है। दुर्भाग्य से पाकिस्तान में बोर्ड नेतृत्व में बदलाव से सब कुछ बदल जाता है।”
मिस्बाह ने कहा कि अगर खिलाड़ी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि बोर्ड में क्या हो रहा है तो वे कैसे सुरक्षित महसूस कर राष्ट्रीय टीम में खुद को स्थापित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ”मेरा मानना है कि अगर इस प्रक्रिया के लिए उचित समय नहीं दिया गया तो आप एक अच्छी टीम नहीं बना सकते या गुणवत्तापूर्ण खिलाड़ियों को तैयार नहीं कर सकते। हमें कुछ अन्य देशों की प्रणालियों को देखने की जरूरत है जो सफल हैं।”