भले ही कप्तानी छोड़ने पर हो रही हैं आलोचना लेकिन इस वजह से गंभीर ने लूटा सभी का दिल

By Desk Team

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भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर अपने देशप्रेम के लिए जाने जाते हैं। गुरुवार की शाम गौतम गंभीर ने बीते साल छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए 25 सीआरपीएफ जवानों के परिजनों से मुलाकात की।

बता दें कि गौतम गंभीर का फाउंडेशन इन शहीद जवानों के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठा रहा है। शहीदों के परिजनों से मुलाकात का एक वीडियो गौतम गंभीर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर भी किया।

इस ट्वीट में गंभीर ने लिखा, “इनकी आंखें नम थीं, दिल में गम था। मैंने जब टटोला तो जाना मेरा गम कम था! बीती शाम सीआरपीएफ शहीदों के परिजनों के साथ बितायी। गौतम गंभीर फाउंडेशन इन बहादुर बच्चों की शिक्षा का खर्च उठा रहा है। आज कोटला में होने वाले दिल्ली डेयरडेविल्स के मैच में ये बच्चे मौजूद रहेंगे।”

गौतम गंभीर के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और लोगों ने गंभीर के इस कदम को जमकर सराहा। उल्लेखनीय है कि बीती साल अप्रैल माह में छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए एक नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। इस हादसे पर दुख जताते हुए गंभीर ने इन शहीदों के बच्चों की पूरी शिक्षा का खर्च उठाने का एलान किया था।

बता दें कि गौतम गंभीर पहले भी भारतीय सुरक्षा बलों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं। बलिदान और देश के प्रति समर्पण के कारण ही गंभीर सुरक्षा बलों का बेहद सम्मान करते हैं और उन्हें देश के जवानों को सच्चा हीरो मानते हैं।

कुछ समय पहले जम्मू-कश्मीर का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुछ स्थानीय युवा अपनी ड्यूटी से लौट रहे सेना के जवानों को थप्पड़ मारते दिखाई दे रहे थे।

इस घटना पर ट्वीट करते हुए गंभीर ने कहा था कि मेरी सेना के जवानों के एक थप्पड़ के बदले 100 जेहादियों को मारा जाए। जो भी आजादी चाहता है, वो अभी चला जाए! कश्मीर हमारा है। साथ ही, गंभीर लोगों से सेना के जवानों के साथ सेल्फी लेने की भी अपील कर चुके हैं। गंभीर ने यह अपील सेना के जवानों के प्रति सम्मान दर्शाने के तहत की थी।

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