भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज़ ऋषभ पंत को चौथे टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के खिलाफ मैच में चोट लग गई। वो उस समय 37 रन बनाकर खेल रहे थे, जब उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाज़ क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप मारने की कोशिश की और गेंद सीधा उनके दाहिने पैर के अंगूठे पर लग गई। इसके बाद उन्हें तुरंत मैदान पर मेडिकल टीम ने चेक किया और फिर एक गाड़ी (जो एम्बुलेंस के तौर पर इस्तेमाल हो रही थी) के ज़रिए स्कैन के लिए बाहर ले जाया गया।
बीसीसीआई ने दिन के खेल के बाद बताया कि, “ऋषभ पंत को उनके दाहिने पैर पर गेंद लगी है और उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है। मेडिकल टीम उनकी हालत पर नज़र रख रही है।”
क्रिस वोक्स की फुल लेंथ गेंद पंत के पैर पर सीधे लगी थी और इंग्लैंड की टीम ने जोरदार एलबीडब्ल्यू की अपील की। लेकिन डीआरएस में यह साफ हो गया कि बल्ले का थोड़ा किनारा लग गया था, जिससे पंत आउट होने से बच गए। इससे पहले तीसरे टेस्ट के दौरान भी पंत को उंगली में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वो इंग्लैंड की दूसरी पारी में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे।
इस मैच में साई सुदर्शन ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक लगाया और उन्होंने कहा कि अगर पंत बाकी सीरीज़ से बाहर होते हैं, तो टीम को बड़ा नुकसान हो सकता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “आज वो अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे। अगर वो वापस नहीं आते हैं, तो एक बल्लेबाज़ की कमी टीम को जरूर महसूस होगी। लेकिन जो बल्लेबाज़ मैदान पर हैं, वो कोशिश करेंगे कि लंबी साझेदारियाँ बनाएं और उस कमी को पूरा करें।”
ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल ने लॉर्ड्स टेस्ट में विकेटकीपिंग की थी, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 26 बाय रन दिए थे, जिससे उनकी विकेटकीपिंग पर सवाल उठे थे।
अगर पंत इस टेस्ट में कीपिंग नहीं कर पाते हैं, तो टीम फिर से ध्रुव जुरेल को कीपिंग के लिए बुला सकती है। इसके अलावा, टीम प्रबंधन ईशान किशन को भी बुलाने का विकल्प देख सकता है। ईशान हाल ही में नॉटिंघमशायर की ओर से काउंटी क्रिकेट खेले हैं और इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ इंडिया ए टीम का हिस्सा भी थे, हालांकि उन्हें दो में से किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था।
केएल राहुल का नाम भी विकल्पों में आ सकता है, लेकिन उन्होंने आखिरी बार विकेटकीपिंग साउथ अफ्रीका दौरे (2023-24) में की थी। अगर पंत पूरी सीरीज़ से बाहर होते हैं, तो ये भारत के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, खासकर तब जब सीरीज़ बराबरी पर है और हर मैच का नतीजा अहमियत रखता है।