डेवाल्ड ब्रेविस… सिर्फ 22 साल का यह नाम अब दुनिया के सबसे खतरनाक टी20 बल्लेबाजों में शुमार हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे T20I में ब्रेविस ने ऐसा तूफान मचाया कि मैदान में मौजूद हर दर्शक खड़ा होकर उनका अभिवादन करने लगा। पहले मैच में हार झेलने के बाद साउथ अफ्रीका के लिए यह मुकाबला करो या मरो जैसा था, और ब्रेविस ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से टीम को नई जान दे दी।
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाया। पारी की असली कहानी शुरू हुई जब डेवाल्ड ब्रेविस क्रीज़ पर आए। उन्होंने शुरुआत से ही गेंदबाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। मात्र 41 गेंदों में शतक पूरा करने वाले ब्रेविस ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ दी। उनकी पारी में 12 चौके और 8 छक्के शामिल थे। अंत तक नाबाद रहते हुए उन्होंने 56 गेंदों में 125 रन ठोक डाले। उनके साथ ट्रिस्टिन स्टब्स ने 31 रनों का योगदान दिया, जिससे साउथ अफ्रीका ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 218 रनों का विशाल स्कोर बनाया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से बेन ड्वार्शुइस और ग्लेन मैक्सवेल ने 2-2 विकेट झटके, जबकि जॉश हेजलवुड और एडम जंपा को एक-एक सफलता मिली। लेकिन ब्रेविस की आग के सामने यह प्रदर्शन नाकाफी साबित हुआ।
219 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर शुरू से ही दबाव था। बड़े स्कोर के सामने उनकी बल्लेबाजी लड़खड़ा गई। टीम की आधी पारी मात्र 112 रन पर सिमट गई। टिम डेविड ने जरूर 24 गेंदों में 4 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 50 रन बनाए, लेकिन उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। एलेक्स कैरी ने 26 और कप्तान मिचेल मार्श ने 22 रन बनाए। बाकी बल्लेबाज टिक भी नहीं पाए और 17.4 ओवर में पूरी टीम 165 रन पर ऑलआउट हो गई। साउथ अफ्रीका की जीत में बल्लेबाजों के साथ गेंदबाजों का भी बड़ा योगदान रहा। 19 साल के तेज गेंदबाज बॉश-मफाका ने अपनी रफ्तार और सटीक लाइन-लेंथ से ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने 3 विकेट झटके। उनके साथ कॉर्बिन बॉश ने भी 3 खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई। पहले मैच में हारने के बाद साउथ अफ्रीका ने यह मुकाबला 53 रनों से जीतकर तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी है। अब 16 अगस्त को तीसरा और आखिरी मैच खेला जाएगा, जो सीरीज का विजेता तय करेगा।









