बाबर आज़म की बल्लेबाज़ी फॉर्म को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ वनडे सीरीज़ में उनकी टीम को 202 रन से करारी हार झेलनी पड़ी। बाबर इस सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और आखिरी मैच में सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हुए। पूरी टीम 295 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 92 रन पर सिमट गई।इस सीरीज़ में बाबर की फॉर्म काफी खराब रही। उन्होंने तीन मैचों में एक भी बड़ा स्कोर नहीं किया और एक बार तो बिना खाता खोले आउट हो गए। टीम के टॉप ऑर्डर में तीन खिलाड़ी ‘डक’ पर आउट हुए, जिससे दबाव और बढ़ गया। इस पर पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज़ अहमद शहज़ाद ने कहा:
“जब सब कुछ ठीक चल रहा था तब तुलना की जा रही थी। अब जब प्रदर्शन नहीं आ रहा है, तो लोग कहने लगे ‘दो खिलाड़ियों की तुलना मत करो’। कोहली की तुलना किसी से नहीं हो सकती—वह इस पीढ़ी के लिए एक आइकन हैं। इस तरह की तुलना अनुचित है और दबाव बढ़ाती है, जो हम अब बाबर आज़म पर देख रहे हैं।”
यह बयान बाबर पर हो रहे मानसिक दबाव की ओर इशारा करता है। विराट कोहली से बार-बार तुलना होना उनके लिए फायदे से ज्यादा नुकसानदेह साबित हुआ है।
हालांकि बाबर ने पिछले साल टी20 अंतरराष्ट्रीय में विराट कोहली से ज्यादा रन बना लिए थे और वह रन लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए थे, लेकिन फिर भी उन्हें टी20 टीम से बाहर कर दिया गया।सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बाबर ने पिछले 72 पारियों में एक भी शतक नहीं लगाया है। उन्होंने आखिरी शतक नेपाल के खिलाफ एशिया कप 2023 में बनाया था। उसके बाद से वो लगातार फॉर्म के लिए जूझ रहे हैं। इन 72 पारियों में उन्होंने करीब 2139 रन बनाए हैं, लेकिन उनका औसत सिर्फ 31.45 का रहा है। हालांकि उन्होंने 18 अर्धशतक लगाए, पर वह बड़ी पारियों में तब्दील नहीं हो सके।टेस्ट क्रिकेट में उनकी फॉर्म और भी ज्यादा गिर चुकी है। दिसंबर 2022 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ उन्होंने आखिरी शतक लगाया था। उसके बाद से वो 25 टेस्ट पारियों में सिर्फ 590 रन ही बना पाए हैं और उनका औसत 23.60 तक गिर गया है।
वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ वनडे सीरीज़ में उनके स्कोर 47, 0 और 9 रहे, जिससे वह आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप 2 से बाहर हो गए। उनकी जगह अब भारतीय कप्तान दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।टीम के प्रदर्शन की बात करें तो गेंदबाज़ी में भी कमज़ोरी दिखी। कप्तान मोहम्मद रिज़वान ने स्वीकार किया कि कुछ प्लानिंग गलत हुई और जो गेंदबाज़ी संयोजन उन्होंने अपनाया, वो कारगर नहीं रहा।
इस हार के बाद शोएब अख्तर ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा,
“Rawalpindi pitch लेकर नहीं घूम सकते”, यानी अब बल्लेबाज़ों को हर तरह की पिच पर टिकने की आदत डालनी होगी।