
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पिछले कुछ महीनों का समय बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 3-1 से हार के साथ न सिर्फ टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दौड़ से बाहर हो गई, बल्कि टेस्ट रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान गंवा दिया। घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार ने टीम की स्थिति को और कमजोर किया। अब भारतीय टीम का पूरा ध्यान सफेद गेंद क्रिकेट पर है।
19 फरवरी से शुरू हो रही आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर सभी की निगाहें हैं। इससे पहले भारत इंग्लैंड के खिलाफ 22 जनवरी से 5 टी20 और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलेगा। इस सीरीज को आगामी टूर्नामेंट की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम का ऐलान
आईसीसी ने सभी देशों को निर्देश दिया है कि वे अपनी 15 सदस्यीय प्रारंभिक टीम का ऐलान 12 जनवरी तक कर दें। हालांकि, टीम में बदलाव की अनुमति 13 फरवरी तक रहेगी। चयन समिति की अध्यक्षता कर रहे अजीत अगरकर 12 जनवरी तक भारतीय टीम का ऐलान कर सकते हैं।
आईसीसी के एक अधिकारी ने कहा, “टीमों को अपनी प्रारंभिक लिस्ट 12 जनवरी तक जमा करनी होगी। लेकिन 13 फरवरी तक बदलाव किए जा सकते हैं। यह टीमों पर निर्भर करता है कि वे पहले ऐलान करें या अंतिम लिस्ट ही सीधे 13 फरवरी को दें।”
क्या बुमराह होंगे उप-कप्तान?
खबरों के मुताबिक, जसप्रीत बुमराह को टीम इंडिया का उप-कप्तान बनाया जा सकता है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में फिटनेस से जूझने के बावजूद, बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चयनकर्ता रोहित शर्मा के साथ उप-कप्तानी की जिम्मेदारी बुमराह को सौंप सकते हैं।
इस फैसले से हार्दिक पांड्या और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों को नज़रअंदाज किया जा सकता है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान ये दोनों खिलाड़ी उप-कप्तान की भूमिका में थे। हार्दिक का ऑल-राउंड प्रदर्शन और राहुल की बल्लेबाजी अच्छी रही, लेकिन बुमराह का अनुभव और नेतृत्व क्षमता उन्हें इस दौड़ में आगे रख सकते हैं।
भारत की सफेद गेंद क्रिकेट पर नजर
भारतीय टीम के लिए यह टूर्नामेंट अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को फिर से हासिल करने का मौका होगा। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान टीम के प्रदर्शन पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।