
भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा अब उम्रदराज हो रहे हैं और उनका फॉर्म भी लगातार उतार-चढ़ाव वाला रहा है। ऐसे में बीसीसीआई (BCCI) ने भविष्य की टेस्ट कप्तानी के लिए विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। भारत हमेशा से एक ऐसा देश रहा है जहां सभी फॉर्मेट में एक ही कप्तान रखने की परंपरा रही है, लेकिन हाल के वर्षों में व्यस्त शेड्यूल की वजह से अलग-अलग कप्तानों को आजमाया गया है। अब बीसीसीआई एक स्थायी नेतृत्व समूह बनाने की तैयारी में है।
गिल और हार्दिक में वनडे कप्तानी की होड़
टी20 फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में टीम इंडिया धीरे-धीरे स्थिर हो रही है, लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में अभी भी कई सवाल बने हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई वनडे टीम की कमान शुभमन गिल को सौंपने पर विचार कर रहा है। गिल को इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए उप-कप्तान बनाया गया है। उन्होंने पंजाब रणजी टीम की कप्तानी की है और आईपीएल 2024 में गुजरात टाइटंस (GT) के कप्तान भी बने थे।
हालांकि, गिल को हार्दिक पंड्या से कड़ी चुनौती मिल सकती है। हार्दिक के पास भारत के लिए टी20 कप्तानी का अनुभव है, लेकिन उनकी फिटनेस हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौतम गंभीर एक ऐसे कप्तान चाहते हैं जो हर मैच खेल सके, और इसीलिए हार्दिक की जगह सूर्यकुमार को टी20 की कप्तानी दी गई थी।
टेस्ट कप्तानी के लिए सबसे कठिन फैसला
टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी का फैसला सबसे कठिन साबित हो सकता है। जसप्रीत बुमराह प्रदर्शन के लिहाज से सबसे मजबूत दावेदार हैं, लेकिन उनके वर्कलोड मैनेजमेंट और गेंदबाजी एक्शन को ध्यान में रखते हुए BCCI उन्हें कप्तानी देने से हिचक सकता है। एक तेज गेंदबाज के लिए तीनों फॉर्मेट में कप्तानी निभाना आसान नहीं होता, और बीसीसीआई बुमराह की फिटनेस को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।
इस स्थिति में, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत दो संभावित विकल्प बन सकते हैं। पंत के पास पहले से ही टी20 में भारत की कप्तानी का अनुभव है और उन्होंने आईपीएल में भी दिल्ली कैपिटल्स का नेतृत्व किया है। दूसरी ओर, जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं, हालांकि उनके पास कप्तानी का कोई अनुभव नहीं है।
क्या जायसवाल को कप्तानी के लिए तैयार किया जा सकता है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, चयनकर्ता किसी नए खिलाड़ी को कप्तान बनाने के बजाय एक परफॉर्मर को कप्तानी के लिए तैयार करना चाहते हैं। जायसवाल भले ही नए हों, लेकिन उनके खेल में नेतृत्व क्षमता देखने को मिल रही है। अगर बीसीसीआई उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में देखता है, तो आने वाले सालों में उन्हें नेतृत्व की जिम्मेदारी के लिए तैयार किया जा सकता है।
“बुमराह का पूरा टेस्ट सीजन खेलना हमेशा संदेह में रहेगा। चयनकर्ता किसी स्थायी कप्तान को देख रहे हैं। गिल का टेस्ट प्रदर्शन औसत रहा है, जबकि पंत एक मजबूत विकल्प हो सकते हैं। वहीं, यशस्वी जायसवाल को भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार किया जा सकता है,” रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया।