इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) न केवल एक क्रिकेट टूर्नामेंट है, बल्कि यह खिलाड़ियों के बीच अनुभवों और विचारों का आदान-प्रदान करने का एक बेहतरीन मंच भी है। इसी संदर्भ में, इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जोस बटलर ने भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली से एक महत्वपूर्ण बातचीत साझा की, जिसने उनके मानसिक दृष्टिकोण को बदल दिया।बटलर ने 2022 में एक सीज़न में 868 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन अगले सीज़न में उस प्रदर्शन को दोहराने का दबाव महसूस किया। इस दबाव से निपटने के लिए, उन्होंने विराट कोहली से मार्गदर्शन लेने का निर्णय लिया। कोहली ने उन्हें समझाया कि कभी-कभी एक सीज़न उनका सर्वश्रेष्ठ होता है, और उसे दोहराने का प्रयास करना मानसिक दबाव को बढ़ा सकता है। उन्होंने बटलर से कहा, “यह हो सकता है कि वह एक सीज़न तुम्हारा सर्वश्रेष्ठ हो। उसे स्वीकार करो और उसे दोहराने का प्रयास मत करो।”
कोहली ने अपनी खुद की असुरक्षाओं के बारे में भी बटलर से साझा किया, जिससे बटलर को यह समझने में मदद मिली कि हर खिलाड़ी को कभी न कभी आत्म-संशय का सामना करना पड़ता है। कोहली ने कहा, “कुछ दिनों मैं बैट उठाता हूँ और नहीं जानता कि कैसे खेलूं।” यह सुनकर बटलर को यह अहसास हुआ कि महान खिलाड़ी भी कभी-कभी आत्म-संशय का सामना करते हैं, और यह सामान्य है।
इस बातचीत ने बटलर को मानसिक मजबूती प्रदान की और उन्होंने अगले सीज़न में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 2025 के IPL सीज़न में 538 रन बनाकर अपनी टीम गुजरात टाइटन्स को प्लेऑफ़ में पहुँचाया। वहीं, विराट कोहली ने 657 रन बनाकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 18 साल बाद पहली बार IPL खिताब दिलवाया।
यह घटना यह दर्शाती है कि मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास किसी भी खिलाड़ी की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। विराट कोहली जैसे दिग्गज से मिली सलाह ने बटलर को न केवल क्रिकेट में, बल्कि जीवन में भी संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा दी।