
भारतीय क्रिकेट के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने आखिरकार क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 25 साल लंबे सफर के बाद मिश्रा ने गुरुवार को खेल को अलविदा कहा। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि युवा खिलाड़ी आगे बढ़ें और भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाएं। मिश्रा का करियर आँकड़ों में भले ही बहुत लंबा न रहा हो, लेकिन उनकी गूगली और लेग स्पिन ने कई बार विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने भारत के लिए 22 टेस्ट मैचों में 76 विकेट, 36 वनडे में 64 विकेट और 10 टी20 इंटरनेशनल में 16 विकेट झटके।
वनडे क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आया था, जब उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट सिर्फ 48 रन देकर चटकाए। यह उनके करियर का सबसे यादगार स्पैल माना जाता है। आईपीएल में भी अमित मिश्रा का जलवा देखने लायक रहा। वे अभी तक लीग के इकलौते गेंदबाज हैं जिन्होंने तीन बार हैट्रिक ली है। उन्होंने यह उपलब्धि तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजियों के लिए 2008, 2011 और 2013 में हासिल की। यह रिकॉर्ड आज भी उनके नाम दर्ज है और उनकी पहचान का बड़ा हिस्सा है।
संन्यास की घोषणा करते हुए मिश्रा ने कहा, क्रिकेट में मेरे जीवन के ये 25 साल यादगार रहे हैं। मैं बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट संघ, सहयोगी स्टाफ, अपने साथियों और परिवार का तहे दिल से आभारी हूँ। मैं उन फैंस का भी शुक्रगुजार हूँ जिनके समर्थन और प्यार ने हर पल इस सफर को खास बनाया। क्रिकेट ने मुझे अनगिनत यादें और सीख दी हैं जिन्हें मैं हमेशा संजोकर रखूंगा। अमित मिश्रा का नाम भारतीय क्रिकेट में एक ऐसे स्पिनर के तौर पर हमेशा याद रखा जाएगा, जिसने मौके मिलने पर खुद को साबित किया और आईपीएल इतिहास में अपनी अलग छाप छोड़ी। अब जब वे मैदान से बाहर जा रहे हैं, फैंस उन्हें उनकी गूगली और शानदार स्पेल्स के लिए हमेशा याद करेंगे।