शारजाह में खेले गए इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को 18 रनों से हराकर एक यादगार जीत हासिल की। मैच की शुरुआत में रहमानुल्लाह गुरबाज़ जल्दी आउट हो गए थे, जिससे अफगान टीम थोड़ा दबाव में आ गई थी। लेकिन इसके बाद सेदिकुल्लाह आतल और इब्राहिम ज़द्रान ने कमाल की बल्लेबाज़ी की और दूसरे विकेट के लिए 113 रन की बड़ी साझेदारी की। आतल ने 65 और ज़द्रान ने 64 रन बनाए। उनके अलावा कोई और बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका।
Sediqullah Atal और Ibrahim Zadran की शानदार साझेदारी ने रखी जीत की नींव
हालांकि पाकिस्तान के गेंदबाज़ों ने बीच के ओवरों में अच्छी वापसी की। साइम अय्यूब ने किफायती गेंदबाज़ी की, जबकि फहीम अशरफ ने अपनी बेहतरीन गेंदों से अफगान बल्लेबाज़ों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। फिर भी अफगानिस्तान ने 170 रन का लक्ष्य खड़ा किया, जो पिच की हालत और ओस को देखते हुए चुनौतीपूर्ण था।
Match में छाया अफगान स्पिनर्स का जलवा
जब पाकिस्तान ने बल्लेबाज़ी शुरू की, तो लग रहा था कि लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। लेकिन अफगानिस्तान के स्पिन गेंदबाज़ों ने जैसे पाकिस्तान की कमर ही तोड़ दी। फज़लहक फारूकी ने साइम अय्यूब को पहली ही गेंद पर आउट कर दिया और फिर फर्हान को भी जल्दी चलता किया। इसके बाद राशिद खान, नूर अहमद और मोहम्मद नबी ने मिलकर पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
इन तीनों स्पिनरों ने कुल छह विकेट चटकाए और पाकिस्तान की टीम 111 रन पर 9 विकेट गंवा चुकी थी। नूर की गेंदों की दिशा समझ पाना बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल साबित हुआ और राशिद के खिलाफ रन बनाना तो जैसे जोखिम उठाने जैसा था। हालांकि, अंत में हारिस रऊफ ने 16 गेंदों में 34 रन बनाकर थोड़ा संघर्ष दिखाया और टीम का स्कोर 150 पार पहुँचाया, जिससे हार का अंतर थोड़ा कम हुआ।
पाकिस्तान के लिए फहीम अशरफ ने एकमात्र उम्मीद दिखाई। जब बाकी गेंदबाज़ रन लुटा रहे थे, तब अशरफ ने टाइट लाइन और लेंथ से रन रोके और विकेट भी निकाले। उन्होंने आतल-ज़द्रान की साझेदारी को 15वें ओवर की दूसरी गेंद पर तोड़ा और फिर अगली ही गेंदों में दो और विकेट चटकाए।
उनकी धीमी गेंदों ने ज़द्रान और नबी को परेशान किया और पाकिस्तान की तरफ से अगर कोई गेंदबाज़ चमका, तो वो फहीम ही थे। उनकी आखिरी तीन ओवरों में सिर्फ 18 रन बने और चार विकेट गिरे, जिससे अफगानिस्तान 170 से ज्यादा नहीं बना सका।