
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और निर्णायक टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेला जाएगा। इस मैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला सीरीज में बढ़त लेने का आखिरी मौका है, जिससे फैंस के बीच रोमांच अपने चरम पर है।
मेलबर्न में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत का प्रदर्शन हाल के वर्षों में शानदार रहा है। पिछले 13 सालों से भारतीय टीम ने इस मैदान पर एक भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया है। आखिरी बार दिसंबर 2011 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 122 रनों से हराया था। उसके बाद दोनों टीमों के बीच MCG पर तीन टेस्ट मैच खेले गए, जिनमें से भारत ने दो में जीत दर्ज की और एक ड्रॉ रहा।
कुल मिलाकर भारतीय टीम ने मेलबर्न में 14 टेस्ट खेले हैं, जिनमें 4 में जीत, 8 में हार और 2 ड्रॉ के साथ उनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। हालांकि, हालिया फॉर्म और पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए, भारतीय टीम का आत्मविश्वास ऊंचा है।
सीरीज की स्थिति
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की मौजूदा सीरीज अभी 1-1 की बराबरी पर है। पहले टेस्ट में भारत ने पर्थ में 295 रनों की बड़ी जीत दर्ज की थी। इसके बाद दूसरा टेस्ट एडिलेड में खेला गया, जहां ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज बराबर कर ली। तीसरा टेस्ट गाबा में हुआ, जो रोमांचक संघर्ष के बाद ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
अब चौथे टेस्ट में दोनों टीमें पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं। भारत जहां अपने पिछले 13 साल के दबदबे को कायम रखना चाहेगा, वहीं ऑस्ट्रेलिया उस रिकॉर्ड को तोड़कर सीरीज जीतने की कोशिश करेगा।
क्या कहता है मेलबर्न का रिकॉर्ड?
मेलबर्न का मैदान भारतीय टीम के लिए भाग्यशाली साबित होता रहा है। इस मैदान पर भारत ने 2018 और 2021 में यादगार जीत दर्ज की थीं। अब देखने वाली बात होगी कि रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया क्या इस सिलसिले को आगे बढ़ा पाती है या पैट कमिंस की टीम इतिहास रचती है।
नतीजा क्या होगा?
दोनों टीमें बराबरी पर हैं, लेकिन भारत का मेलबर्न में पिछला रिकॉर्ड उसे थोड़ा बढ़त देता है। अब फैंस की निगाहें इस रोमांचक मुकाबले पर टिकी हैं।