Asia Cup Trophy Dispute: Asia Cup 2025 की Trophy को लेकर विवाद इस समय क्रिकेट की दुनिया में सुर्खियों में है। India और Pakistan के बीच पहले से ही तनाव है और अब Asia Cup Trophy विवाद की वजह से वो तनाव और बढ़ गया है। ICC की दुबई में होने वाली इस हफ्ते की बैठकों में यह मुद्दा अनौपचारिक रूप से उठ सकता है। हालांकि यह विषय ICC के आधिकारिक एजेंडा में नहीं है, लेकिन भारतीय अधिकारी इसे Chief Executives’ Committee (CEC) की बैठक और ICC बोर्ड की बैठक के दौरान सामने लाने की योजना बना रहे हैं।
Asia Cup Trophy Dispute: ट्रॉफी को लेकर Mohsin Naqvi पर बड़ा प्रेशर
इस साल भारत ने पाकिस्तान को हराकर Asia Cup 2025 का खिताब जीता था। लेकिन मैच के बाद विवाद तब शुरू हुआ तब भारतीय टीम ने Trophy स्वीकार करने से इनकार कर दिया। Trophy देने वाले Mohsin Naqvi थे, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष और Asian Cricket Council (ACC) के अध्यक्ष भी हैं। Mohsin Naqvi के दोनों पदों पर होने की वजह से भारतीय टीम के लिए ट्रॉफी स्वीकार करना उचित नहीं था, इसलिए उन्होंने Trophy लेने से इनकार किया। इसके बाद Trophy ACC के UAE कार्यालय में बंद पड़ी है और BCCI को अभी तक नहीं दी गई।
BCCI सचिव Devajit Saikia ने स्पष्ट किया कि बोर्ड इस मुद्दे को ICC की बैठक में उठाएगा। उन्होंने कहा कि अगर Trophy 3 नवंबर तक नहीं मिलती, तो वे ICC मुख्यालय में इसके लिए आवाज़ उठाएंगे। BCCI के प्रतिनिधि ACC से यह जानने की कोशिश करेंगे कि Trophy क्यों नहीं दी गई।
Trophy विवाद ने ACC अध्यक्ष Mohsin Naqvi की स्थिति को और कमजोर कर दिया है। ICC सूत्रों के अनुसार, कई बोर्ड सदस्य Mohsin Naqiv के खिलाफ निंदा और कार्रवाई पर भी विचार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि Naqiv ने Trophy को ACC मुख्यालय से किसी अनजान स्थान पर भेज दिया है, जिससे BCCI और ACC के बीच तनाव और बढ़ गया है। अब Trophy का विवाद सिर्फ प्रशासन का मामला नहीं रह गया है, बल्कि यह ACC के नेतृत्व बदलने की बातों को भी बढ़ा रहा है।
India – Pakistan राजनीतिक तनाव का असर
यह विवाद क्रिकेट के मैदान से परे राजनीतिक तनाव को भी दर्शाता है। टूर्नामेंट के दौरान भारत की टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। यह कदम पहलगाम में हमले के विरोध में उठाया गया था और भारत का Trophy लेने से इनकार करना इस तनाव को और बढ़ाने वाला मोड़ साबित हुआ।
इस विवाद का असर आने वाले दिनों में एशियाई क्रिकेट के शक्ति संतुलन पर भी पड़ सकता है। BCCI अब तक Trophy नहीं ले पाया है, और ICC की बैठकों में यह मुद्दा प्रमुख चर्चा बन सकता है। इसके अलावा, ACC नेतृत्व में बदलाव की संभावना भी बढ़ रही है। कमर्शियल पर्सपेक्टिव से देखा जाए, तो भारत-पाकिस्तान क्रिकेट का बड़ा बाजार होने की वजह से इस विवाद का हल जल्दी निकलना महत्वपूर्ण है।
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