मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच का आखिरी दिन भारतीय टीम के लिए बेहद खास रहा। इंग्लैंड के खिलाफ एक मुश्किल स्थिति से उबरते हुए भारत ने यह मुकाबला ड्रॉ कराया और सीरीज में खुद को बनाए रखा। रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने अंतिम दिन शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए नाबाद शतक जमाए और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। जब मुकाबला हाथ से निकलता हुआ लग रहा था, तब भारत ने संयम, तकनीक और धैर्य के दम पर शानदार वापसी की।इस टेस्ट मैच का नतीजा भले ही ड्रॉ रहा हो, लेकिन जिस तरह से भारतीय खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया, वह किसी जीत से कम नहीं था।
अब सीरीज का रुख अंतिम टेस्ट की ओर है, जहां दोनों टीमों के बीच निर्णायक टक्कर होगी।इंडिया की शुरुआत इस टेस्ट में अच्छी नहीं रही थी। पहली पारी में इंग्लैंड ने बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया और भारत पर दबाव बना दिया। जब टीम इंडिया दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उतरी, तब वह 311 रन से पीछे थी और ऐसा लग रहा था कि मुकाबला एकतरफा हो जाएगा। लेकिन भारतीय टीम ने हार मानने के बजाय संघर्ष करना चुना।
शुभमन गिल और केएल राहुल ने तीसरे दिन एक मज़बूत 188 रन की साझेदारी कर टीम को संभालने की शुरुआत की। गिल ने 103 और राहुल ने 90 रन की उपयोगी पारी खेली। हालांकि उनके आउट होते ही फिर से दबाव बढ़ गया और लंच तक टीम का स्कोर 223/4 हो चुका था।
इसी समय मैदान पर आए रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर। दोनों खिलाड़ी आमतौर पर सुर्खियों में नहीं रहते, लेकिन इस बार उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बिना घबराए, बड़े संयम के साथ बैटिंग की और इंग्लैंड की हर रणनीति को विफल किया।
चौथे दिन के लंच के बाद भारतीय टीम के पास कोई बड़ी साझेदारी नहीं थी और इंग्लैंड जीत की उम्मीद कर रहा था। लेकिन जडेजा और सुंदर ने धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए 100 से ज्यादा ओवर की साझेदारी की और दोनों ने अपने-अपने शतक पूरे किए। इस दौरान इंग्लैंड के कप्तान स्टोक्स ने हर कोशिश की — स्पिन, शॉर्ट बॉल, क्लोज़-इन फील्डिंग — लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने कोई गलती नहीं की।
जब मैच खत्म होने के कुछ ही ओवर बाकी थे, इंग्लैंड ने ड्रॉ के लिए हाथ मिलाने का इशारा किया। उस समय भारत का स्कोर था 425/4, जडेजा 107 और सुंदर 101 रन पर नाबाद थे।मैच के बाद भारतीय कोच गौतम गंभीर ने इस ड्रॉ को “मनोबल बढ़ाने वाला” बताया। उन्होंने कहा, “जब कोई टीम दबाव में होती है और वहां से निकलकर अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उससे ड्रेसिंग रूम में एक नई ऊर्जा आती है।”
गंभीर ने यह भी कहा कि इस तरह की वापसी टीम को आखिरी टेस्ट में बढ़त दिला सकती है, क्योंकि अब आत्मविश्वास भारतीय खेमे में है।