
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरकार 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीत ली। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सिडनी टेस्ट में 6 विकेट से जीत हासिल करते हुए 3-1 से सीरीज जीती। भारत पिछले 2 दौरों पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को मात देता आया है लेकिन इस बार भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया। भारत के लिए दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने गेंदबाजी नहीं की। जिससे भारतीय गेंदबाजी काफी कमज़ोर नजर आई। बुमराह की जगह प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने गेंदबाजी का पूरा भार उठाया।
प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन विकेट चटकाकर प्रभावित किया लेकिन ऑस्ट्रेलिया पांचवें और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन चार विकेट पर 162 रन के लक्ष्य का पीछा कर लिया। कृष्णा (65 रन पर तीन विकेट) ने सलामी बल्लेबाज सैम कोन्सटास (22), मार्नस लाबुशेन (06) और स्टीव स्मिथ (04) को जल्दी-जल्दी आउट किया लेकिन पीठ में जकड़न के कारण बुमराह की अनुपस्थिति में भारत को काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाज़ा ने भी दूसरी पारी में 45 गेंद पर 41 रन बनाए। उनका विकेट मोहम्मद सिराज को मिला। लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के मिडिल आर्डर बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने नाबाद 35 रन और डेब्यू कर रहे ऑलराउंडर बीयू वेबस्टर ने नाबाद 39 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी।
इससे पहले स्कॉट बोलैंड (45 रन पर छह विकेट) और कप्तान पैट कमिंस (44 रन पर तीन विकेट) ने दूसरी पारी में भारत को 39.5 ओवर में सिर्फ 157 रन पर ढेर कर दिया। अगर ऋषभ पंत के 61 और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के 22 रन को निकाल दिया जाए तो अन्य नौ खिलाड़ियों ने सामूहिक रूप से 74 रन का योगदान दिया। भारतीय टीम ने सुबह के सत्र में सिर्फ 16 रन जोड़कर अपने बाकी बचे चार विकेट भी गंवा दिए। ऑस्ट्रेलिया अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद 11 से 15 जून तक लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलेगा जबकि भारत समेत अन्य सभी टीम फाइनल की रेस से बाहर हो गई है।
भारतीय गेंदबाजों ने सुबह के सत्र में तीन विकेट जरूर लिए लेकिन छोटे लक्ष्य का बचाव करते हुए उन्होंने कई ढीली गेंदें फेंकी। मोहम्मद सिराज ने लगातार पैड पर गेंदबाजी की जिससे मेजबान टीम ने आसानी से रन बनाए। कोन्सटास ने आक्रामक रुख अपनाया और कुछ आकर्षक शॉट लगाए लेकिन इसके बाद कृष्णा की गेंद पर मिड ऑफ पर वाशिंगटन सुंदर को कैच दे बैठे। कृष्णा ने इसके बाद अपनी लाइन और लेंथ से लाबुशेन को चौंका दिया जिन्होंने गली में जायसवाल को आसान कैच थमाया। स्मिथ जब 10 हजार टेस्ट रन से सिर्फ एक रन दूर थे तब कृष्णा की गेंद पर गली में जायसवाल ने उनका शानदार कैच लपका।