
क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा और चौंकाने वाला पल तब आया जब इटली की टीम ने पहली बार ICC पुरुष T20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफाई कर लिया। शुक्रवार, 11 जुलाई को इटली ने ये सपना पूरा किया, भले ही उसी दिन द हेग में नीदरलैंड्स के खिलाफ हुए मैच में उन्हें 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
लेकिन इसके बावजूद, इटली ने टॉप दो में जगह बना ली और अब वो अगले साल भारत और श्रीलंका में होने वाले T20 वर्ल्ड कप में खेलते नजर आएंगे। यह टूर्नामेंट फरवरी-मार्च 2026 में आयोजित होगा।
इटली के इस सफर में 9 जुलाई को मिली स्कॉटलैंड पर 12 रन की अहम जीत ने बड़ी भूमिका निभाई। उसी जीत के चलते इटली की उम्मीदें जिंदा रहीं और उन्होंने टूर्नामेंट में जरूरी अंक जुटा लिए।
दूसरी ओर, जर्सी के लिए ये काफी निराशाजनक रहा। उनके भी चार मैचों में पांच अंक थे लेकिन कमजोर नेट रन रेट ने उन्हें बाहर कर दिया। अगर इटली शुक्रवार को नीदरलैंड्स को हरा देता, तो जर्सी वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर सकता था।
इटली की टीम में जो बर्न्स जैसे अनुभवी खिलाड़ी का होना उनके लिए बड़ी ताकत साबित हुआ। जो बर्न्स वही बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 23 टेस्ट मैच खेले हैं। उनकी मां इटली की हैं, इसी वजह से बर्न्स को इटली के लिए खेलने का मौका मिला।
जो बर्न्स ने 2014 से 2020 तक ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में खेला और इस दौरान उन्होंने 1,442 रन बनाए, जिसमें चार शानदार शतक शामिल रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 180 रन था, जो उन्होंने 2019 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया। हालांकि, फॉर्म में गिरावट और टीम में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते वह ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर हो गए और कभी वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए।
अब बर्न्स के पास मौका है कि वो इटली की जर्सी में अपने पहले वर्ल्ड कप का हिस्सा बनें। उनका अनुभव युवा इटालियन खिलाड़ियों के लिए बड़ी सीख होगा। इटली की टीम अब पूरी तैयारी के साथ वर्ल्ड कप में उतरने की सोच रही है और उन्हें उम्मीद है कि इतिहास रचने का ये सिलसिला वहीं नहीं रुकेगा।
इस तरह क्रिकेट में एक नई कहानी लिखी जा रही है, जहां ऑस्ट्रेलिया का पूर्व टेस्ट क्रिकेटर इटली को पहली बार वर्ल्ड कप में लेकर जाएगा।