
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने भारतीय टीम में वापसी के लिए सेलेक्टर्स से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें वहां से कोई जवाब नहीं मिला। रहाणे ने ये बातें स्काई स्पोर्ट्स के एक शो में लंच ब्रेक के दौरान कही।
रहाणे का टेस्ट क्रिकेट के लिए प्यार अब भी ज़िंदा
37 साल के रहाणे ने साफ कहा कि उनका टेस्ट क्रिकेट खेलने का जज़्बा अब भी वैसा ही है। उन्होंने कहा, “सबसे पहले तो यहां आकर अच्छा लग रहा है। मैं अब भी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मैं टेस्ट क्रिकेट खेलने को लेकर बहुत जुनूनी हूं। अभी मैं अपने खेल का मज़ा ले रहा हूं। मैंने अपने ट्रेनर्स और ट्रेनिंग कपड़े साथ रखे हैं ताकि फिट रह सकूं। हमारे घरेलू सीजन की शुरुआत होने वाली है, उसकी तैयारी शुरू कर दी है।”
रहाणे ने बताया कि टेस्ट क्रिकेट उन्हें हमेशा से पसंद रहा है। रेड बॉल से खेलना उनके दिल के बेहद करीब है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए सिर्फ उन चीज़ों पर ध्यान देना ज़रूरी है जो मेरे कंट्रोल में हैं। सच कहूं तो, मैंने सेलेक्टर्स से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैं कर क्या सकता हूं? मैं खेलता रह सकता हूं। मुझे टेस्ट क्रिकेट बहुत पसंद है, रेड बॉल से खेलना मेरी पैशन है।”
मुंबई की कप्तानी और घरेलू क्रिकेट में वापसी
रहाणे ने पिछले कुछ वक्त से घरेलू क्रिकेट में खुद को व्यस्त रखा है। उन्होंने मुंबई की कप्तानी संभाली और 2023-24 के सीजन में अपनी टीम को रणजी ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले, उनका आखिरी टेस्ट मैच जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में था। उस दौरे पर वो टीम के वाइस-कैप्टन भी थे।
कप्तान के तौर पर रहाणे की सोच
रहाणे ने अपने कप्तानी के दिनों को भी याद किया। उन्होंने कहा, “हर कप्तान का अपना एक स्टाइल होता है। जब मैं टेस्ट कप्तान बना तो मैंने हमेशा अपनी सोच और अपने इंस्टिंक्ट्स पर भरोसा किया। मेरे लिए ज़रूरी था कि मैं अपने नेचर के साथ सच्चा रहूं और अपने अंदाज़ को ही फॉलो करूं।”
रहाणे की कप्तानी में भारत ने छह टेस्ट मैच खेले, जिनमें से चार में जीत दर्ज की। इसमें सबसे यादगार रहा वो मौका जब 2020-21 में विराट कोहली की पितृत्व अवकाश के दौरान रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम को 2-1 से ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जिताई।
अब भी लौटना चाहते हैं टीम इंडिया में
रहाणे ने आखिर में कहा कि वो टीम इंडिया में दोबारा खेलना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि भले ही उन्हें सेलेक्टर्स से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, लेकिन वो अपना खेल जारी रखेंगे और मौके का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि मेरे पास अब भी बहुत क्रिकेट बाकी है। जब तक मेरा शरीर और मन साथ देंगे, मैं खेलता रहूंगा और अपना सर्वश्रेष्ठ देता रहूंगा।”
रहाणे की ये बातें दिखाती हैं कि उम्र भले बढ़ गई हो, लेकिन उनके अंदर का क्रिकेटर आज भी उतना ही जिंदा है जितना पहले था। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या आने वाले घरेलू सीजन में उनके प्रदर्शन के दम पर उन्हें फिर से भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिलती है या नहीं।