
15 जनवरी 2025 को खेले गए तीसरे वनडे मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आयरलैंड को एक ऐतिहासिक चुनौती दी। राजकोट में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने आयरलैंड के सामने 436 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, जो टीम इंडिया के वनडे इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर था। इस रिकॉर्ड को बनाने में भारतीय ओपनर प्रतिका रावल ने अपनी बल्लेबाजी से अहम भूमिका निभाई।
प्रतिका रावल ने वनडे करियर का पहला शतक जड़ा
प्रतिका रावल ने आयरलैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए स्मृति मंधाना के साथ मिलकर 233 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। इस मैच में उन्होंने अपनी पहली वनडे शतक जड़ते हुए 129 गेंदों में 154 रन बनाए, जिसमें 20 चौके और 1 छक्का शामिल था। उनकी इस शानदार पारी के कारण भारतीय महिला टीम ने पहली बार वनडे क्रिकेट में 400 का आंकड़ा पार किया प्रतिका रावल ने अपने पहले शतक के बाद एक और अहम रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह वनडे क्रिकेट में अपनी पहली 6 पारियों के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बन गईं। इस रिकॉर्ड ने उन्हें क्रिकेट जगत में एक नया सितारा बना दिया है।
प्रतिका रावल की उपलब्धियां और पृष्ठभूमि
प्रतिका रावल, 24 साल की युवा क्रिकेटर, दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक हैं। उन्होंने 12वीं कक्षा में सीबीएसई बोर्ड में 92.5 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। खेल के क्षेत्र में भी उनका शानदार प्रदर्शन रहा है। प्रतिका ने बास्केटबॉल में गोल्ड मेडल जीता था और जनवरी 2019 में 64वें स्कूल नेशनल गेम्स में यह उपलब्धि हासिल की थी। उनके पिता, प्रदीव रावल, दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के बीसीसीआई प्रमाणित लेवल-II अंपायर हैं, और उनके परिवार का क्रिकेट से गहरा जुड़ाव है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की शानदार उपलब्धि
इस मैच में स्मृति मंधाना ने भी 10वां वनडे शतक जड़ा, और दोनों बल्लेबाजों की बेहतरीन साझेदारी ने भारत को इतिहास रचने में मदद की। इस पारी के दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने न केवल एक विशाल स्कोर बनाया, बल्कि इस रिकॉर्ड के साथ अपनी मजबूत बल्लेबाजी का भी प्रदर्शन किया। आयरलैंड के खिलाफ इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपनी ताकत को और भी मजबूत किया। प्रतिका रावल की शानदार बल्लेबाजी और भारतीय टीम की बेहतरीन टीमवर्क ने इस मैच को यादगार बना दिया।