AFG vs PAK: शारजाह में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। हालांकि शुरुआत कुछ खास नहीं रही। साहिबज़ादा फरहान पहली ही ओवर में बिना खाता खोले आउट हो गए। पिच पर स्पिन को मदद मिल रही थी और अफगानिस्तान के गेंदबाज़ों ने इसका पूरा फायदा उठाया। पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी लगातार जूझती रही और कोई भी बल्लेबाज़ 30 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सका।
सलमान अली आगा, जो शुरुआत में संघर्ष कर रहे थे, ने अंत में कुछ अहम रन जोड़े। उन्होंने राशिद खान के एक ओवर में दो छक्के लगाए और फहीम अशरफ ने भी पहली गेंद पर चौका लगाकर टीम को थोड़ी राहत दी। उस ओवर में कुल 17 रन बने, जो पूरे मैच की धीमी पारी में एक उजली झलक थी। पाकिस्तान ने कुल 141 रन बनाए, जो पहले तो कम लग रहे थे, लेकिन कहानी कुछ और निकली।
पाकिस्तान की गेंदबाज़ी की शुरुआत शानदार रही। शाहीन शाह अफरीदी ने रहमानुल्लाह गुरबाज़ को जल्दी आउट कर अफगानिस्तान को दबाव में डाल दिया। लेकिन असली कहर तब टूटा जब पांचवे ओवर में Mohammad Nawaz गेंदबाज़ी करने आए। उन्होंने पहले एक जोरदार अपील पर अंपायर से एल्बीडब्ल्यू दिलवाया, फिर अगले ही गेंद पर एक कैच लेकर नया बल्लेबाज़ पवेलियन भेजा।
फिर आया हैट्रिक वाला पल, जब इब्राहीम ज़दरान को चतुराई से बाहर निकालकर मोहम्मद हारिस ने स्टंपिंग कर दी। तीन गेंदों बाद नवाज़ ने एक और विकेट लिया और अफगानिस्तान का स्कोर 32 रन पर 6 विकेट हो गया। इस शानदार स्पेल में नवाज़ ने कुल 5 विकेट लिए, और ऐसा लग रहा था जैसे वो हर गेंद पर विकेट निकाल सकते हैं।
अफगानिस्तान की पूरी टीम सिर्फ 66 रन पर ढेर हो गई। उनके बल्लेबाज़ों को ना रन बनाने का मौका मिला और ना ही पिच से कोई मदद। नवाज़ के अलावा बाकी गेंदबाज़ों ने भी सटीक गेंदबाज़ी की। एक समय ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान का स्कोर कम है, लेकिन अफगानिस्तान की कमजोर बल्लेबाज़ी ने मैच का रुख पूरी तरह से बदल दिया।
इस बड़ी जीत से पाकिस्तान को एशिया कप से पहले एक बड़ा मनोबल मिला है। मोहम्मद नवाज़ ने साबित कर दिया कि कप्तान बाबर आज़म द्वारा उन्हें "मैच विनर" कहना बिलकुल सही था। इस मैच में उन्होंने अकेले दम पर खेल को बदल डाला।