
इंग्लैंड के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज़ जेमी स्मिथ ने एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत के खिलाफ जबरदस्त शतक ठोक कर इतिहास रच दिया। स्मिथ ने सिर्फ 80 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और भारत के खिलाफ टेस्ट में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले इंग्लिश बल्लेबाज़ बन गए।
भारत के खिलाफ स्मिथ का कमाल
स्मिथ जब क्रीज़ पर आए तो इंग्लैंड की हालत खराब थी। टीम का स्कोर 84 रन पर 5 विकेट था और भारत मैच पर पूरी तरह हावी दिख रहा था। लेकिन 24 साल के स्मिथ ने आते ही भारतीय गेंदबाज़ों पर धावा बोल दिया। उन्होंने मैदान के चारों ओर स्ट्रोक लगाए और देखते ही देखते मैच का रुख बदल दिया। रविंद्र जडेजा की गेंद पर चौका जड़कर उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया।
भारत के खिलाफ सबसे तेज़ टेस्ट शतक
हालांकि, भारत के खिलाफ सबसे तेज़ टेस्ट शतक का रिकॉर्ड अब भी ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर के नाम है जिन्होंने जनवरी 2012 में पर्थ में सिर्फ 69 गेंदों में सैंकड़ा ठोका था। उनके बाद दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स ने 75 गेंदों में, पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने 78 गेंदों में और अब इंग्लैंड के जेमी स्मिथ ने 80 गेंदों में यह कमाल किया।
भारत के खिलाफ सबसे तेज़ टेस्ट शतक लगाने वाले खिलाड़ी:
• डेविड वॉर्नर (69 गेंद) पर्थ, 2012
• एबी डीविलियर्स (75 गेंद) सेंचुरियन, 2010
• शाहिद अफरीदी (78 गेंद) लाहौर, 2006
• जेमी स्मिथ (80 गेंद) बर्मिंघम, 2025
• कमरान अकमल (81 गेंद) लाहौर, 2006
इंग्लैंड के लिए भी खास रिकॉर्ड
ये शतक इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज़ शतक लगाने वालों में भी तीसरे स्थान पर रहा। उनसे पहले गिल्बर्ट जेसोप (76 गेंद) और जॉनी बेयरस्टो (77 गेंद) ने तेज़ शतक लगाए थे। दिलचस्प बात ये है कि स्मिथ ने इसी साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ भी हैरी ब्रूक के 80 गेंदों वाले शतक के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
ब्रूक के साथ शतकीय साझेदारी
जब इंग्लैंड मुश्किल में था, स्मिथ ने हैरी ब्रूक के साथ मिलकर 165 रन की बेहतरीन साझेदारी कर दी। ब्रूक भी शानदार लय में दिखे और लंच तक 91 रन बनाकर नॉट आउट रहे। इस साझेदारी ने इंग्लैंड को 249/5 तक पहुंचा दिया और अब इंग्लैंड एक मजबूत स्थिति में दिखने लगा है।
भारत की गेंदबाज़ी फीकी रही
इस पारी में भारतीय गेंदबाज़ पूरी तरह दबाव नहीं बना सके। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रवींद्र जडेजा को विकेट तो मिले लेकिन स्मिथ और ब्रूक ने उनका बखूबी सामना किया। स्मिथ की बल्लेबाज़ी में कमाल की आक्रामकता और आत्मविश्वास दिखा।