
टीम इंडिया के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर ने KL राहुल को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है कि राहुल विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ियों की छाया से बाहर निकलें और खुद को टेस्ट क्रिकेट में एक लीडर के रूप में साबित करें।
अब जब कोहली और रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और रहाणे-पुजारा टीम से बाहर चल रहे हैं, तो भारत की टेस्ट टीम एक नए दौर में प्रवेश कर रही है। इसी बदलाव के बीच संजय बांगर मानते हैं कि राहुल के पास खुद को चमकाने का ये सबसे अच्छा समय है।
10 साल की छाया से अब बाहर निकलने का वक्त
बांगर ने बताया कि राहुल पिछले एक दशक से इन दिग्गज खिलाड़ियों के साथ टीम का हिस्सा रहे हैं, लेकिन हमेशा बैकसीट पर रहे। उन्होंने कहा, “2014 से राहुल टीम में हैं, यानी पूरे 10 साल हो गए। इतने सालों में उन्होंने बड़े नामों की छाया में खेला है। अब उनके पास खुद को सामने लाने का सुनहरा मौका है।”
राहुल इस समय टेस्ट टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज़ों में से एक हैं। ऐसे में उनसे उम्मीद की जा रही है कि वो जिम्मेदारी लें और खुद को भारत की टेस्ट टीम का अगला बड़ा नाम बनाएं।
इंग्लैंड में राहुल का अच्छा रिकॉर्ड
KL राहुल का इंग्लैंड में टेस्ट रिकॉर्ड भी खराब नहीं रहा है। उन्होंने वहां 9 टेस्ट मैचों में 614 रन बनाए हैं, जिसमें दो शानदार शतक शामिल हैं। उनका एवरेज करीब 34 का रहा है, जो इंग्लैंड जैसी स्विंगिंग कंडीशन्स में एक मजबूत प्रदर्शन माना जाता है। आने वाली इंग्लैंड सीरीज़ में राहुल यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करते नजर आएंगे, और नए गेंद से टीम को अच्छी शुरुआत दिलाना उनकी बड़ी जिम्मेदारी होगी।
WTC साइकिल में खुद को साबित करने का मौका
बांगर ने आगे कहा कि इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में राहुल के पास खुद को लीडर के तौर पर साबित करने का बेहतरीन मौका है। उन्होंने कहा, “अगर राहुल इस फेज को अपने नाम कर लेते हैं, तो उनका नाम भी भारतीय टेस्ट क्रिकेट के महान खिलाड़ियों की लिस्ट में आ जाएगा।”
दुनियाभर में किया है खुद को साबित
राहुल ने पहले ही इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसे मुश्किल हालातों में शतक लगाकर दिखाया है कि वो बड़े मौके पर परफॉर्म कर सकते हैं। अब जब वो टीम के सीनियर में से एक हैं, तो उनसे उम्मीद की जा रही है कि वो इस फेज को अपना बना लें।
बांगर ने आखिर में कहा, “उसके पास अनुभव है, आत्मविश्वास है और विदेशी धरती पर रन बनाने का ट्रैक रिकॉर्ड भी। अब सिर्फ एक मजबूत मानसिकता की जरूरत है, और अगर वो यहां अच्छा करता है तो यह उसके करियर का सबसे यादगार दौर बन सकता है।”
KL राहुल के लिए अब वक्त है छाया से निकलकर रोशनी में आने का।