
टेक्सास सुपर किंग्स के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। अमेरिका में चल रही मेजर लीग क्रिकेट (MLC) के एक मुकाबले में उन्होंने बतौर कप्तान अपनी 106वीं जीत दर्ज की और वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी को पीछे छोड़ दिया। अब फाफ डुप्लेसी टी20 क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले तीसरे कप्तान बन गए हैं। उनसे ऊपर सिर्फ एमएस धोनी (193 जीत) और रोहित शर्मा (143 जीत) हैं।
डुप्लेसी ने अभी तक 201 टी20 मुकाबलों में कप्तानी की है। उन्होंने साउथ अफ्रीका की कप्तानी करने के अलावा आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, सीपीएल में सेंट लूसिया किंग्स और अब एमएलसी में टेक्सास सुपर किंग्स को लीड किया है। हाल ही में उन्होंने एलए नाइट राइडर्स के खिलाफ अपना 200वां टी20 बतौर कप्तान खेला था।
टी20 में सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने वाले कप्तान:
• एमएस धोनी – 193 जीत (331 मैच)
• रोहित शर्मा – 143 जीत (225 मैच)
• फाफ डुप्लेसी – 106 जीत (201 मैच)
• डैरेन सैमी – 105 जीत (208 मैच)
• जेम्स विंस – 103 जीत (208 मैच)
• विराट कोहली – 100 जीत (193 मैच)
हालांकि फाफ डुप्लेसी इस साल के आईपीएल और मौजूदा MLC सीजन में ज्यादा रन नहीं बना पाए हैं, लेकिन मैदान पर उनकी कप्तानी की समझ और फुर्ती ने टीम को मजबूत स्थिति में बनाए रखा है।
हालांकि फाफ डुप्लेसी इस साल के आईपीएल और मौजूदा MLC सीजन में ज्यादा रन नहीं बना पाए हैं, लेकिन मैदान पर उनकी कप्तानी की समझ और फुर्ती ने टीम को मजबूत स्थिति में बनाए रखा है।
सिएटल ऑरकाज़ की शर्मनाक हार
सोमवार को ओकलैंड कोलिज़ियम में खेले गए मुकाबले में टेक्सास सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ 153 रन बनाए। पिच पर गेंदबाज़ों को खासा मदद मिल रही थी, खासतौर पर फ्लडलाइट्स में। लेकिन जब सिएटल ऑरकाज़ बल्लेबाज़ी करने उतरी तो पूरी टीम केवल 60 रन पर सिमट गई। यह एमएलसी के इतिहास का अब तक का सबसे कम स्कोर है, क्योंकि पिछले साल लीग को आधिकारिक टी20 दर्जा नहीं मिला था।
सिएटल की टीम में हेनरिक क्लासेन, डेविड वॉर्नर, सिकंदर रज़ा, आरोन जोन्स और काइल मेयर्स जैसे खतरनाक खिलाड़ी थे। इसके बावजूद टीम एक मामूली लक्ष्य का पीछा भी नहीं कर पाई। ये लगातार दूसरा मुकाबला था जिसमें सिएटल को हार मिली। क्लासेन की कप्तानी वाली टीम अब चाहेगी कि वो कैलिफ़ोर्निया लेग के अंत में वापसी करे।
डुप्लेसी ने जहां कप्तानी में समझदारी दिखाई, वहीं गेंदबाज़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस जीत ने न सिर्फ सुपर किंग्स को टूर्नामेंट में मजबूती दी, बल्कि डुप्लेसी को टी20 कप्तानी के इतिहास में और ऊपर पहुंचा दिया। 41 की उम्र के करीब होने के बावजूद फाफ का खेल और लीडरशिप दोनों में दम है।
आने वाले मैचों में सबकी निगाहें अब इस बात पर रहेंगी कि क्या फाफ धोनी और रोहित के रिकॉर्ड के और करीब पहुंच पाएंगे या नहीं।