
भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया ने मैच पर पकड़ मज़बूत कर ली। शुभमन गिल ने लगातार दूसरी पारी में भी शानदार शतक लगाया और भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया। लेकिन दूसरी ओर रवींद्र जडेजा की धीमी पारी ने सबका ध्यान खींचा।
जडेजा ने एक समय 68 गेंदों पर सिर्फ 25 रन बनाए थे। वो रन तो बना रहे थे, लेकिन बहुत धीमी गति से, जिससे भारत की पारी पर भी असर पड़ा। हालांकि बाद में उन्होंने शोएब बशीर को छक्का जड़कर अपने इरादे साफ किए और लय पकड़ ली। जडेजा अंत में 118 गेंदों में 69 रन बनाकर नॉट आउट रहे। भारत ने 427/6 पर अपनी पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड को 608 रन का विशाल लक्ष्य दे दिया।
नासिर हुसैन ने उठाए सवाल
हालांकि जडेजा ने आखिर में अच्छी पारी खेली, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन उनकी बैटिंग से संतुष्ट नहीं दिखे। कमेंट्री के दौरान उन्होंने कहा कि जडेजा को आखिर इतना वक्त क्यों लग गया तेजी दिखाने में? हुसैन बोले कि अगर भारत इस मैच में फंसा तो टीम को जडेजा की यही धीमी बैटिंग अखर सकती है।
हुसैन ने कहा,
“बहुत अजीब है। क्यों? क्यों किसी को टी ब्रेक के बाद ही कहना पड़ता है कि चलो अब तेज खेलते हैं? टेस्ट मैच के हर पल की अहमियत होती है, चाहे वो टी ब्रेक से पहले का हो या बाद का। अगर इंग्लैंड इस मैच को किसी तरह से फंसा देता है और भारत लॉर्ड्स में 1-0 से पीछे जाता है, तो वो इसी आधे घंटे को याद करेंगे जब कोच को कहना पड़ा कि अब तेजी दिखाओ।”
भारत की दूसरी पारी में गिल और पंत का धमाल
शुभमन गिल ने इस पारी में भी इंग्लैंड के गेंदबाजों की खूब खबर ली। उन्होंने 161 रन की शानदार पारी खेली। वहीं ऋषभ पंत भी पीछे नहीं रहे। पंत ने सिर्फ 58 गेंदों पर 65 रन ठोक दिए और भारत को विशाल स्कोर बनाने में मदद की। जडेजा ने भी बाद में तेजी दिखाई और अपनी पारी में 5 चौके और 1 छक्का लगाया।
इंग्लैंड की खराब शुरुआत
भारत की गेंदबाज़ों ने भी दिन का अंत शानदार किया। मोहम्मद सिराज ने ज़ैक क्रॉली को खाता भी नहीं खोलने दिया। उसके बाद आकाश दीप ने बेन डकेट को बोल्ड कर दिया और फिर जो रूट का भी बड़ा विकेट लेकर इंग्लैंड को मुश्किल में डाल दिया।
दिन खत्म होने तक इंग्लैंड ने 72/3 रन बनाए थे और अब उन्हें जीत के लिए आखिरी दिन 536 रन की जरूरत है, जबकि उनके पास सिर्फ 7 विकेट बचे हैं। ओली पोप और हैरी ब्रूक ने थोड़ा संभालने की कोशिश की और 22 रन की साझेदारी की।
अगर भारत ये मैच जीत लेता है तो एजबेस्टन में ये उसकी पहली जीत होगी। ऐसे में सभी की निगाहें अब आखिरी दिन के खेल पर टिकी हैं, जहां गिल की कप्तानी में टीम इंडिया इतिहास रच सकती है।