
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज़ में करुण नायर की वापसी अब तक कुछ खास नहीं रही है। करीब आठ साल बाद टेस्ट टीम में लौटे 33 साल के नायर लार्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए। इससे पहले उन्होंने पहली पारी में 40 रन की एक ठीक-ठाक पारी ज़रूर खेली थी। भारत को दूसरी पारी में 193 रन का छोटा लक्ष्य मिला था, लेकिन नायर की गलती ने टीम को मुश्किल में डाल दिया।
नायर की अजीब आउट होने की कहानी
ब्राइडन कार्स की गेंद पर नायर दरअसल गेंद को छोड़ने की सोच रहे थे। लेकिन गेंद सीधी अंदर की तरफ कट हो गई और उनका ऑफ स्टंप ले उड़ी। इस तरह वो 14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उनकी इस गलती पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक ने कमेंट्री के दौरान जमकर आलोचना की।
कार्तिक ने कहा,
“बिलकुल अचानक, वो तो काफी जमकर खेल रहे थे। गेंद में कोई खास मूवमेंट नहीं था, सीधी अंदर आई। पता नहीं करुण नायर क्या सोच रहे थे। शायद उन्हें लगा गेंद बाहर जाएगी, लेकिन गेंद लाइन पकड़कर अंदर आती रही। ये काफी साधारण छोड़ने की कोशिश थी। कार्स ने भी खूब मज़ा लिया इस विकेट का, बहुत अहम विकेट था।”
कुंबले ने बताया ‘ब्रेन फेड’
सिर्फ कार्तिक ही नहीं, दिग्गज लेग स्पिनर और पूर्व कोच अनिल कुंबले ने भी नायर की इस गलती पर हैरानी जताई। उन्होंने इसे ‘ब्रेन फेड’ करार दिया यानी दिमागी गड़बड़।
कुंबले ने कहा,
“भारत के पास बेहतरीन मौका था। उन्होंने इंग्लैंड को सिर्फ 192 रन पर समेट दिया। फिर यशस्वी जायसवाल ने खराब शॉट खेलकर विकेट दे दिया। नायर के आउट होने के बाद शुभमन गिल भी जल्दी चले गए, जिससे इंग्लैंड को थोड़ा फायदा मिला। करुण ने इतनी मेहनत की, वो अच्छे लग भी रहे थे। लेकिन न जाने क्यों, शायद दिमागी भूल हो गई।”
अब आगे मौका मिलेगा या नहीं?
इस सीरीज़ में अब तक करुण नायर कोई यादगार पारी नहीं खेल पाए हैं। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या कप्तान शुभमन गिल उन्हें चौथे टेस्ट में दोबारा मौका देंगे या नहीं। बाहर बैंच पर साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन और ध्रुव जुरेल जैसे युवा भी अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं।
अगर नायर को फिर मौका मिलता है तो उन पर अच्छा खेलने का दबाव भी होगा, क्योंकि उनकी उम्र और हालिया फॉर्म दोनों ही उनके पक्ष में नहीं हैं। अब देखना होगा कि वो अपनी मेहनत को बड़े स्कोर में बदलकर आलोचकों का मुंह बंद कर पाते हैं या फिर एक और चूक उन्हें टीम से बाहर कर देगी।
इस सीरीज़ में भारत नई शुरुआत कर रहा है, कई सीनियर खिलाड़ी जैसे कोहली-रोहित अब नहीं हैं। ऐसे में नायर को अपनी अहमियत साबित करनी होगी। वरना टीम मैनेजमेंट के पास युवाओं को आजमाने का विकल्प हमेशा खुला रहेगा।