जॉफ़्रा आर्चर की वापसी की कहानी काफी दिलचस्प है। चार साल बाद उन्होंने फिर से रेड-बॉल क्रिकेट में वापसी की और संसेक्स की तरफ से पिच पर उतरे। ड्यूरहम के खिलाफ हुए इस मैच में उन्होंने 18 ओवर फेंके, एक विकेट लिया और सिर्फ 32 रन दिए। यह एक सकारात्मक शुरुआत जरूर थी, लेकिन टेस्ट क्रिकेट और काउंटी क्रिकेट में अंतर बहुत बड़ा होता है।पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइकल वॉन का कहना है कि इतने लंबे समय बाद टेस्ट टीम में वापसी के लिए सिर्फ एक मैच ही काफी नहीं है। उनका मानना है कि आर्चर को जल्दबाजी में शामिल नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें कम से कम एक और चार दिन का मैच खेलना चाहिए। ऐसा करने से उनकी फिटनेस बनकर रहने में मदद मिलेगी और खिलाड़ी को भी खुद पर भरोसा कायम करने का मौका मिलेगा।
संसेक्स टीम के हेड कोच पॉल फारब्रेस ने भी यही सलाह दी है। उनके अनुसार आर्चर “बेहतरीन फॉर्म में” नज़र आए हैं, लेकिन गेंदबाज़ी में नियमितता तभी आती है जब बदलती परिस्थितियों में भी बल्लेबाज़ों का सामना किया जाए। उन्होंने कहा कि आर्चर को अभी बाकी सीरीज में थर्ड टेस्ट तक इंतज़ार करना चाहिए। अभी तक उन्होंने सिर्फ 18 ओवर बॉल किए हैं, और आईपीएल या अन्य छोटे प्रारूप से बड़ी दूरी पर भिन्न रूप से देखने की ज़रूरत है।आर्चर ने 2019 में विश्व कप में इंग्लैंड के लिए सुपर ओवर फेंककर श्रेय पाया, उसके बाद ऐशेज में शानदार प्रदर्शन करते हुए चार टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए। लेकिन फिर चोट ने उनके करियर को धीमा कर दिया। सबसे पहले कोहनी की समस्या लगी, फिर पीठ में तनाव से फ्रैक्चर हो गया। अक्टूबर 2020 में कॉन्फर्म चोट की वजह से उन्हें ऑपरेशन कराना पड़ा। अगले कुछ सालों तक उन्होंने चोट राजी से जूझा और कई मैचों से दूर रहे।
पिछले साल जब वेस्ट इंडीज दौरे के लिए उन्हें चुना गया था, तो उन्हें लगा कि शायद अब वापसी हो जाएगी। लेकिन आईपीएल में उनकी अंगूठे की चोट ने वापसी की राह फिर से टाल दी। फिर भी, उनका संसेक्स से पहला फर्स्ट क्लास मैच दिखाता है कि वह मैदान पर वापस आ चुके हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन अब सवाल यही है कि क्या उन्हें इंग्लैंड की दूसरे टेस्ट टीम में शामिल करना चाहिए?वॉन और फारब्रेस का जवाब एकदम साफ है: नहीं। उनकी राय में आर्चर को टेस्ट मैच में डालने से पहले और मैच खेलने की जरूरत है। खासकर जब तेज गेंदबाज़ी की बात आती है, तो फिटनेस और लगातार मैच खेलना बहुत बड़ा फैक्टर होता है। जैसे ही वो एक और चार दिन का मैच खेलेंगे, उन्हें अपने शरीर और मानसिक तैयारी पर भरोसा मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
इस बीच इंग्लैंड की टीम ने एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट की तैयारी की है। अगर बाकी गेंदबाज़ फिट हैं, तो टीम में किसी बदलाव की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि यही टीम पहले टेस्ट में जीत भी लाई थी। यानी फिलहाल जॉफ़्रा आर्चर का उतरना इंतज़ार पर खड़ा है। तीसरे टेस्ट तक चीजें स्पष्ट हो सकती हैं, लेकिन फिलहाल उन्हें आराम और तैयारी का पूरा समय मिलना चाहिए।आर्चर का बड़ा नाम 2019 के बाद चमकते हुए दिखा, लेकिन चोटों ने उन्हें रोक कर रखा। अगर वह धीरे-धीरे फिट हों और शानदार फॉर्म में वापसी करें, तो यकीनन तीसरे टेस्ट में उनका योगदान इंग्लैंड के लिए बहुत अहम हो सकता है। फिलहाल, सिर्फ एक सादा चेंज नहीं, बल्कि मेच्योर, तैयार और पुरज़ोर वापसी ही उनके लिए सबसे बढ़िया विकल्प साबित होगा।