
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज 0-3 और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से ऑस्ट्रेलिया के हाथों हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कई प्रमुख खिलाड़ियों के भविष्य पर चर्चा शुरू हो गई है। इनमें प्रमुख नाम हैं रोहित शर्मा और विराट कोहली, जिनके करियर को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर विराट कोहली, जिनकी फॉर्म में गिरावट को लेकर अब तक कई विशेषज्ञों और क्रिकेटरों ने चिंता जताई है।
विराट कोहली की वर्तमान स्थिति
2024 में विराट कोहली का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। उन्होंने साल भर में केवल 414 रन बनाए हैं, और वह भी 24 के औसत से। इस आंकड़े से साफ है कि कोहली की बैटिंग में निरंतरता की कमी आ चुकी है। 36 वर्ष की उम्र में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या वह अब अपनी खोई हुई फॉर्म वापस पा सकते हैं, खासकर इंग्लैंड के आगामी दौरे से पहले, जब भारत का अगला टेस्ट मुकाबला होगा।
डेविड लॉयड का पूर्वानुमान
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड लॉयड ने इस पर अपनी राय व्यक्त की है। लॉयड का मानना है कि विराट कोहली के सुनहरे दिन अब समाप्त हो चुके हैं। उन्होंने talkSPORT Cricket से बातचीत करते हुए कहा, "विराट कोहली जानते हैं कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ दौर को पार कर चुके हैं और यह बात उन्हें मानसिक तौर पर परेशान करती होगी। इंग्लैंड के खिलाफ उनकी कमजोरी स्पष्ट रूप से दिखेगी, खासतौर पर ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों और स्लिप में कैच लेने में। लॉयड ने यह भी कहा कि उम्र के इस पड़ाव पर कोहली के रिफ्लेक्स और प्रतिक्रिया समय में गिरावट आ चुकी है, जो हर महान खिलाड़ी के साथ होता है। "36 साल की उम्र में दिमाग में आप जानते हैं कि क्या करना है, लेकिन शरीर का साथ नहीं देता। समय खत्म हो चुका है और यह कोच गौतम गंभीर के निर्णय में भी अहम भूमिका निभा सकता है।"
चयन समिति से अपील
लॉयड ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से अपील की है कि वह टीम में बदलाव के इस दौर में नए खिलाड़ियों को मौका दें। उन्होंने कहा, "भारत में टैलेंट की कमी नहीं है। यह वह समय है जब नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाए, जो भविष्य में टीम की धुरी बन सकते हैं। जैसे राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली टीम में आए थे, वैसे ही नए सितारों की खोज अब जरूरी है।"