
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में भारतीय तेज गेंदबाज़ प्रसिध कृष्णा की गेंदबाज़ी खास असरदार नहीं रही, जिसको लेकर उन पर काफी सवाल भी उठे। खुद प्रसिध ने इस हार की पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए माना कि वो वो लेंथ नहीं डाल पाए जो डालनी चाहिए थी।
प्रसिध ने मानी अपनी गलती
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रसिध ने कहा, “मैं वो लेंथ नहीं डाल पाया जो मैं डालना चाहता था। वहां की स्लोप (ढलान) को समझने में थोड़ा वक्त लग गया। कोई बहाना नहीं है, मुझे प्रोफेशनल होने के नाते ऐसा करना चाहिए था। मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और कोशिश करूंगा कि अगली बार बेहतर करूं।”
पहली पारी में ज्यादा छोटे लेंथ पर डाली गेंदें
29 साल के इस गेंदबाज़ ने माना कि पहली पारी में उन्होंने थोड़ी छोटी लेंथ पर गेंदें फेंकी, जबकि 6-8 मीटर की लेंथ सबसे असरदार रहती। हालांकि दूसरी पारी में उन्होंने इसमें कुछ सुधार किया क्योंकि पिच धीमी हो चुकी थी और उन्हें लेंथ बदलकर बॉल डालनी पड़ी। उन्होंने कभी 8 मीटर से पीछे और कभी विकेट लेने के लिए फुलर लेंथ भी ट्राई की।
‘मेरा मकसद हमेशा रन रोकना था’
प्रसिध ने कहा, “जब भी मैं गेंदबाज़ी करने आता हूं, मेरा मकसद मेडन डालना होता है। मैं कभी भी बाउंड्री देने की कोशिश नहीं करता। लेकिन आउटफील्ड काफी तेज़ था और मेरी लेंथ व लाइन कई बार सही नहीं रही। उन्होंने मुझे निशाना बनाया। कुछ शॉट एज होकर भी निकले, कुछ में मैंने बाउंसर डालने की कोशिश की लेकिन रन दे बैठा। फिर भी मेरी हर कोशिश यही रहती है कि इकॉनमी रेट कम रखूं और दबाव बनाऊं।”
बुमराह के बिना बढ़ेगी जिम्मेदारी
भारतीय एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, टीम के सीनियर तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह शायद दूसरा टेस्ट मिस कर सकते हैं, जो 2 जुलाई से शुरू होगा। अगर ऐसा होता है तो प्रसिध कृष्णा पर काफी बड़ी जिम्मेदारी आ जाएगी। भारत पहले ही पांच मैचों की इस सीरीज में 0-1 से पीछे चल रहा है, ऐसे में उन्हें अपनी गेंदबाज़ी से टीम को वापसी दिलानी होगी।
पूर्व खिलाड़ियों ने भी की थी आलोचना
पहले टेस्ट में प्रसिध ने 200 से ज्यादा रन दे दिए थे, जिसके बाद कई पूर्व खिलाड़ियों ने उनकी कड़ी आलोचना की। हालांकि प्रसिध ने खुलकर अपनी कमियों को माना और कहा कि वो अगली बार इसे ठीक करने की पूरी कोशिश करेंगे।
अब देखना होगा कि क्या अगले मैच में वो अपनी गेंदबाज़ी में सुधार कर पाते हैं और भारत को सीरीज में बराबरी दिलाने में मदद कर पाते हैं या नहीं। फिलहाल उनके इस ईमानदार रवैए को क्रिकेट फैन्स और एक्सपर्ट्स दोनों ही सराह रहे हैं।